पंच पक्षी की क्रियाविधि प्रत्येक मनुष्य का जन्म या तो दिन अथवा रात्रि, कृष्ण पक्ष अथवा शुक्ल पक्ष एवं सप्ताह के किसी एक वार को होता है। जैसा कि पहले आलेख के द्वारा बताया गया कि पंच पक्षी पांच तात्त्विक स्पंदन के आधार पर पांच तरीके से शुक्ल पक्ष एवं कृष्ण... और पढ़ेंफ़रवरी 2014व्यूस: 7916
पूजा और हास्य व्यंग्य का त्यौहार होली का पर्व प्रतिवर्ष फाल्गुन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह दो भागों में विभक्त है। पूर्णिमा को होली का पूजन और होलिका दहन तथा फाल्गुन कृष्ण प्रतिपदा को रंग-गुलाल आदि से होली। ।... और पढ़ेंमार्च 2008व्यूस: 7614
शकुन एवं स्वप्न शास्त्र की वैज्ञानिकता निमित शास्त्र एवं शकुन शास्त्र ज्योतिष की एक प्रमुख शाखा हैं। शकुन का अर्थ है कुछ आभास होना तथा निमित का अर्थ है प्रश्नकर्ता. जब कोई प्रश्न करता हैं उस समय कोई घटना घटित होना। ज्योतिषी इन शकुनों एवं घटनाओं के माध्यम से प्रश्नकर्ता... और पढ़ेंजून 2012व्यूस: 7654
वास्तुशास्त्र का उद्गम किसी भी स्थान के आकार , आकृति या आतंरिक सज्जा के वास्तु नियमों के अनुरूप न होने पर, वहाँ पंचतत्वों की लाभप्रद ब्रह्मांडीय ऊर्जा का असंतुलन क्या अभाव हो जाता है. यही वास्तु दोष है. साधारण लगने वाला यह असंतुलन मनुष्य... ... और पढ़ेंदिसम्बर 2009व्यूस: 8751
श्री यंत्र साधना समस्याएं अनेक उपाय एक श्री यंत्र को लक्ष्मी प्राप्ति यंत्र कहा जाता है। जन्म कुंडली में सूर्य ग्रह पीड़ित होने पर श्रीयंत्र की पूजा का विधान शास्त्रों में वर्णित है। इसे यंत्रराज की संज्ञा भी दी गई है।... और पढ़ेंअकतूबर 2009व्यूस: 10953
सदाबहार भारतीय तीर्थ है चित्रकूट भारत के रामायणकालीन तीर्थों में चित्रकूट को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो लगभग १२ वर्षों तक श्री राम, माता सीता व श्री लक्ष्मण की आश्रय स्थली बना रहा। प्रस्तुत है इस पावन स्थली की महत्ता एवं यात्रा से संबंधित जानकारी... और पढ़ेंमार्च 2009व्यूस: 12517
हस्त रेखाएं व् आपका मूलांक हर जातक के लिए कुछ सम या उदासीन होते है। किसी भी जातक के हाथों की रेखाओं का अवलोकन करके यह जाना जा सकता है की वह किस अंक से प्रभावित है। विभिन्न मूलांक वाले जातको की हथेली की रेखाओं में भी भिन्नता होतीहै। यहाँ हम हर मूलांक वाले । ... और पढ़ेंसितम्बर 2008व्यूस: 11498
शंख हैं: नादब्रह्मा एवं दिव्य मंत्र शंख अपनी सर्पिल ध्वनी से नकारात्मक ऊर्जा विनाशन करने के साथ ही साथ आराधना और अनुष्ठानों में अनेक प्रकार से लाभदायक सिद्ध हुआ हैं। शंख अनेक घातक रोगों में उपयोगी सिद्द होता हैं। परन्तु इसके प्रयोग में सावधानियां भी अनिवार्य हैं। ... और पढ़ेंजुलाई 2012व्यूस: 10861
माइनर अरकाना का विराट कैनवास वैन्ड्स ग्रुप - किंग ऑफ वैन्ड्स : यह कार्ड खुलने पर प्रकट करता है की सामने वाला व्यक्ति ऊर्जा, जोश और आत्मविश्वास से भरा-पूरा है. और अपने अनुयायियों की फौज खड़ी करने में माहिर है. शक्ति और सता को हासिल ... और पढ़ेंमार्च 2012व्यूस: 7217
शौचालय प्रश्न- उत्तर-पूर्व एवं उत्तर में शौचालय क्या प्रभाव देता है? उत्तर- ईशान क्षेत्र में बना शौचालय आर्थिक परेशानियां एवं मानसिक रूप से रुग्ण बनाए रखता है। यह पूरी व्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर डालता है। प्रगति अवरूद्ध हा जाती ह तथा भवन... और पढ़ेंजनवरी 2014व्यूस: 6950
कौन बनते हैं आध्यात्मिक व्यक्ति कुंडली के भाव ३, ६, १० तथा ११ को उपचय स्थान कहते है। खजान, संग्रह एवं संबंध अर्थात यही वह कारण है जो धरा पर मनुष्य को अधिक समय तक जीवित रहने व बार-बार जन्म लेने के लिए प्रेरित करता है। तृतीय भाव उपचय की प्रथम। ... और पढ़ेंफ़रवरी 2008व्यूस: 19790
पितृ दोष या शाप से मुक्ति पाएं भारतीय वैदिक परंपरा के अनुसार प्रत्येक मनुष्य तीन ऋण से ग्रस्त होता है। देव ऋण, ऋषि ऋण और पितृ ऋण, मनु और याज्ञवल्क्य आदि ऋषियों ने कहा है की प्रत्येक व्यक्ति को इन तीनों ऋणों से मुक्त होने का प्रयास करना चाहिए। ... और पढ़ेंसितम्बर 2008व्यूस: 13915