हस्त रेखा द्वारा जन्मकुंडली आई.एल. खत्रीप्रश्न: यदि किसी जातक के पास अपना जन्म विवरण न हो तो क्या हस्तरेखा के द्वारा जन्म विवरण जानकर जन्मकुंडली बनायी जा सकती है। यदि हां तो विस्तृत वर्णन करें अथवा प्रश्न कुंडली द्वारा वांछित प्रश्न का उत्तर कैसे देंगे, विस्तार पूर्वक व... और पढ़ेंज्योतिषहस्तरेखा शास्रआकाशीय गणितग्रह पर्वत व रेखाएंजून 2013व्यूस: 39358
ग्रहों का उदय और अस्त फ्यूचर पाॅइन्टइस अनुपम विशेषांक में पंचांग के इतिहास विकास गणना विधि, पंचांगों की भिन्नता, तिथि गणित, पंचांग सुधार की आवश्यकता, मुख्य पंचांगों की सूची व पंचांग परिचय आदि अत्यंत उपयोगी विषयों की विस्तृत चर्चा की गई है। पावन स्थल नामक स्तंभ के अं... और पढ़ेंज्योतिषआकाशीय गणितग्रहअप्रैल 2010व्यूस: 33169
सटीक जन्म समय का निर्धारण बी. पी. विश्वकर्माभारतीय ज्योतिष में जन्मकुंडली निर्माण में सही समय का होना परम आवश्यक है। परंतु यह विषय हमेशा से ही विवादित रहा है। शिशु जन्म के विभिन्न चरणों में से योनि द्वार का मुख खुलने से लेकर शिशु की नाल काटे जाने तक कौन से चरण को जन्म समय क... और पढ़ेंज्योतिषआकाशीय गणितजुलाई 2011व्यूस: 23784
पंचांग इतिहास - विकास - गणना विधि रुपेन्द्र वर्माइस अनुपम विशेषांक में पंचांग के इतिहास विकास गणना विधि, पंचांगों की भिन्नता, तिथि गणित, पंचांग सुधार की आवश्यकता, मुख्य पंचांगों की सूची व पंचांग परिचय आदि अत्यंत उपयोगी विषयों की विस्तृत चर्चा की गई है। पावन स्थल नामक स्तंभ के अं... और पढ़ेंज्योतिषखगोल-विज्ञानआकाशीय गणितपंचांगअप्रैल 2010व्यूस: 21489
कैसे करें पंचांग गणना प्रेमपाल कौशिकतिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण की जानकारी जिसमें मिलती हो, उसी का नाम पंचंाग है। पंचांग अपने प्रमुख पांच अंगों के अतिरिक्त हमारा और भी अनेक बातों से परिचय कराता है।... और पढ़ेंज्योतिषआकाशीय गणितपंचांगअप्रैल 2010व्यूस: 11711
राहुकाल डॉ. अरुण बंसलज्योतिष शास्त्र में हर दिन को एक अधिपति दिया आया है। जैसे - रविवार का सूर्य, सोमवार का चन्द्र, मंगल का मंगल, बुधवार का बुध, बृहस्पतिवर का गुरु, शुक्रवार का शुक्र व् शनिवार का शनि।... और पढ़ेंज्योतिषआकाशीय गणितमुहूर्तअप्रैल 2013व्यूस: 10812
ग्रहण और उसके प्रभाव फ्यूचर पाॅइन्टग्रहण का व्यक्ति एवं समष्टि पर निस्संदेह व्यापक प्रभाव पड़ता है। सूर्य ग्रहण एवं चंद्र ग्रहण व्यक्ति, समुदाय एवं राष्ट्र को हर दृष्टिकोण से शुभ अथवा अशुभ रूप में प्रभावित करते हैं। 8 अक्तूबर 2014 को चंद्र ग्रहण एवं 24 अक्तूबर 2... और पढ़ेंज्योतिषआकाशीय गणितभविष्यवाणी तकनीकगोचरअकतूबर 2014व्यूस: 9910
पर्व निर्णय फ्यूचर पाॅइन्टपर मुख्य पर्व जैसे- जन्माष्टमी, शिवरात्री, दीपावली, दशहरा, होली, रक्षा बंधन, भैया दूज, धन तेरस एवं अन्य पर्वों के तिथि निर्णय हेतु क्या शास्त्रीय नियम व आधार हैं?... और पढ़ेंघटनाएँपर्व/व्रतआकाशीय गणितनवेम्बर 2009व्यूस: 8359
त्योहार की एकरूपता के लिए जरूरी है तिथियों की एकरूपता सुनील जोशी जुन्नकरइस अनुपम विशेषांक में पंचांग के इतिहास विकास गणना विधि, पंचांगों की भिन्नता, तिथि गणित, पंचांग सुधार की आवश्यकता, मुख्य पंचांगों की सूची व पंचांग परिचय आदि अत्यंत उपयोगी विषयों की विस्तृत चर्चा की गई है। पावन स्थल नामक स्तंभ के अं... और पढ़ेंज्योतिषपर्व/व्रतआकाशीय गणितपंचांगअप्रैल 2010व्यूस: 6425
अच्छे पंचांग की विशेषताएं मनोहर शर्मा पुलस्त्यइस अनुपम विशेषांक में पंचांग के इतिहास विकास गणना विधि, पंचांगों की भिन्नता, तिथि गणित, पंचांग सुधार की आवश्यकता, मुख्य पंचांगों की सूची व पंचांग परिचय आदि अत्यंत उपयोगी विषयों की विस्तृत चर्चा की गई है। पावन स्थल नामक स्तंभ के अं... और पढ़ेंज्योतिषआकाशीय गणितपंचांगअप्रैल 2010व्यूस: 6412