गर्भ रक्षा एवं श्रेष्ठ संतान प्राप्ति के योग सूत्र एवं उपाय सुनील जोशी जुन्नकरपुरुष के वीर्य और स्त्री के रज से मन सहित जीव (जीवात्मा) का संयोग जिस समय होता है उसे गर्भाधान काल कहते हैं। गर्भाधान का संयोग (काल) कब आता है ? इसे ज्योतिष शास्त्र बखूबी बता रहा है। चरक संहिता के अनुसार - आकाश, वायु, अग्नि, जल और... और पढ़ेंज्योतिषउपायबाल-बच्चेघरमुहूर्तग्रहजनवरी 2012व्यूस: 163610
सफलता की गारंटी ‘‘शुभ मुहूर्त’’ पाना मुश्किल नहीं है संजय बुद्धिराजामुहूर्त की गणना उन लोगों के लिए भी लाभदायक है जो अपना जन्म विवरण नहीं जानते। ऐसे लोग शुभ मुहूर्त की मदद से अपने प्रत्येक कार्य में सफल होते देखे गए हैं। दैनिक जीवन में शुभ कार्यों के लिए सरल शुभ मुहूर्त का विचार निम्न प्रकार से कि... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तपंचांगभविष्यवाणी तकनीकजून 2011व्यूस: 68763
दाह संस्कार- अंतिम संस्कार फ्यूचर पाॅइन्टहिंदू धर्म में मृत्यु को जीवन का अंत नहीं माना गया है। मृत्यु होने पर यह माना जाता है कि यह वह समय है, जब आत्मा इस शरीर को छोड़कर पुनः किसी नये रूप में शरीर धारण करती है, या मोक्ष प्राप्ति की यात्रा आरंभ करती है । किसी व्यक्ति की म... और पढ़ेंअध्यात्म, धर्म आदिमुहूर्तजून 2013व्यूस: 49220
भवन निर्माण कार्य एवं मुहूर्त निर्मल कोठारीभवन निर्माण के लिए यदि हम अच्छा मुहूर्त यानि वास्तु पुरूष की जागृत अवस्था में कार्य प्रारंभ करें तो वास्तु या अन्य किसी दोष का निवारण स्वतः ही हो जाता है। जब किसी महीने में वास्तु पुरूष चौबीस घंटे सो रहें हो तो कोई भी निर्माण कार्... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तभविष्यवाणी तकनीकजून 2011व्यूस: 43200
नक्षत्रों के दर्पण में शुभ मुहूर्त भगवान सहाय श्रीवास्तवनौ ग्रह एवं सताइस नक्षत्र भारतीय ज्योतिष का वह आधार है जो हमारे जीवन के महत्वपूर्ण कार्यो को प्रभावित करता है। अतः गृह प्रवेश, मुंडन, विवाह, कृषि वाहन खरीदने के लिए नक्षत्रों का उपयोगी एवं व्यवहारिक ज्ञान बहुत आवश्यक है।... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तनक्षत्रभविष्यवाणी तकनीकजून 2011व्यूस: 19165
शुभ मुहूर्त हेतु चंद्र/ताराबल अवश्य देखें सुनील जोशी जुन्नकरमुहूर्त के सभी विचारणीय विषयों में चंद्र बल आवश्यक विषयों में से एक है। यदि अनुकूल स्थितियां उपलब्ध न हों तो सही प्रकार से चुना हुआ लग्न मुहूर्त अशुभ योगों द्वारा उत्पन्न दोषों को दूर करने में सक्षम होता है। अतः किसी भी कार्य के प... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तजुलाई 2011व्यूस: 18961
गृह निर्माण और वास्तु सुनील जोशी जुन्नकरघर के वास्तु का प्रभाव उसमें रहने वाले सभी सदस्यों पर पड़ता है। इस तरह, मनुष्य के जीवन में वास्तु का महत्व अहम होत है। इसके अनुरूप घर का निर्माण करने से उसमें सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।... और पढ़ेंवास्तुभूमि चयनमुहूर्तवास्तु पुरुष एवं दिशाएंदिसम्बर 2010व्यूस: 18731
मुहूर्त प्रश्नावली डॉ. अरुण बंसलतिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण इन्हीं के आधार पर शुभ समय निश्चित किया जाता है. लग्न शुद्धि के साथ-साथ इन पाँचों का शुभ होना परम आवश्यक है. इन सबके आधार पर ही शुभ व शुद्ध मुहूर्त निकाला जाता है....... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तनवेम्बर 2009व्यूस: 12997
मुहूर्त का महत्व शुभेष शर्मनमानव जीवन में जन्म से लेकर जीवन पर्यन्त मुहूर्तो का विशेष महत्व है, धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की कामना में मुहूर्त प्रकरण चलता रहता है और मुहूर्त के द्वारा शुभारंभ सर्वथा शुभता तथा सफलता प्रदान करता है।... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तभविष्यवाणी तकनीकजून 2011व्यूस: 11805
नक्षत्रों का ज्योतिषीय विवरण सुल्तान फैज ‘टिपू’वैदिक काल में वार के स्थान पर नक्षत्र दिवस के प्रयोग की परम्परा नक्षत्र ज्ञान की प्राचीनता का साक्षात उदाहरण हैं। शास्त्रों से विदित होता हैं। उस काल में वर्तमान व् भविष्य के दिशा निर्देशन या फलादेश में राशियों की जगह नक्षत्रों या... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तनक्षत्रराशिफ़रवरी 2013व्यूस: 11372