रुद्राक्ष एक-गुण अनेक भारत वर्ष में तो रुद्राक्ष से सभी परिचित हैं. यह आस्था के केंद्र के साथ अनेकों प्रकार से उपयोगी हैं. आजकल तो यूरोप और अमेरिका के लोग भी रुद्राक्ष से परिचित हो चले है. उनमें भी भारतीय दर्शन और आध्यात्म के प्रति रूचि जागृत हुई है. प... और पढ़ेंअप्रैल 2012व्यूस: 8355
कांवरिया एक - रूप अनेक कंधे पर कांवर धरकर जो लगातार बम -बम बोलकर चलता है, उसे पद-पद पर अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता हैं। पुरानों में आगे यह भी उल्लेखित है। कहने का अर्थ शिव शंकर जी कांवर से गंगाजल चढाने से नहीं। इसलिए कांवरिया शिवजी को परम प्रिय हैं। ... और पढ़ेंआगस्त 2012व्यूस: 6998
शंखनाद की औषधीय विशेषता हिंदू धर्म में दक्षिणावर्ती शंख के अदभुत गुण कहे गए है. शंख मुख्यत: दो प्रकार के होते है. इन दोनों प्रकाओं में से दक्षिण मुखी यंत्र की पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है. जिस परिवार में शंख स्थापित होता है. वहाँ सकारात्मक ऊर्... और पढ़ेंआगस्त 2009व्यूस: 7578
अब, मंगल की धरती पर हिन्दू शास्त्रों में कहा गया है की सौर मंडल में स्थित सभी ग्रह सजीव है तथा पृथ्वी पर होने वाली घटनाओं एवं यहाँ स्थित मानव जीवन को प्रभावित करते हैं। सौर मंडल में स्थित विभिन्न ग्रहों में से मंगल ही वह पहला ग्रह है।... और पढ़ेंअकतूबर 2012व्यूस: 14210
राइजिंग इण्डिया का सन्निकट भविष्य ऋषियों-मुनियों, संतों, जगद्गुरुओं का देश भारतवर्ष १५ अगस्त १९४७ को ब्रिटिश शासन की दासता से स्वतंत्र हुआ। वैसे प्राचीन समय से ही भारत विश्व में आध्यात्मक मार्गदर्शन व् धनाढ्य राष्ट्र रहा हैं। वर्तमान में भी पाश्चात्य राष्ट्र भारत ... और पढ़ेंजुलाई 2012व्यूस: 6213
शनि : शान्ति के उपाय शास्त्रों में शनि ग्रह कों सबसे अधिक कष्टकारी ग्रह माना गया है. शनि ग्रह से मिलने वाले फलों में कमी करने के लिए अनेक उपाय प्रयोग में लाये जाते है. जिनमे से कुछ एक है, हनुमान लाकेट, हनुमान यंत्र, पारद हनुमान आदि है. इन उपायों कों श... और पढ़ेंसितम्बर 2009व्यूस: 12023
भाग्यवृद्धि में वास्तु शास्त्र की प्रबल भूमिका प्रस्तुत लेख में भाग्यवृद्धि में वास्तु शास्त्र की प्रबल भूमिका फलों का विश्लेषण प्रस्तुत है।... और पढ़ेंफ़रवरी 2009व्यूस: 5727
वास्तु उपाय प्रश्न- उचित निर्णय लेने के लिए किस तरह बैठना चाहिए । उत्तर -मख्ु य व्यक्ति या पदाधिकारी को उचित निर्णय लेकर कार्य करने के लिए बैठने के स्थान के पीछे ठोस दीवार का होना आवश्यक है। पीठ पीछे दरवाजा, खिड़की या कांच होने के कारण व्यक्त... और पढ़ेंअकतूबर 2013व्यूस: 8607
मुहूर्त : महत्व एवं उपयोगिता जीवन को सुखमय बनाने हेतु सामान्यतया हर सनातन धर्मावलम्बी धार्मिक अनुष्ठान, त्यौहार, सभी संस्कार, गृहारंभ तथा गृहप्रवेश, यात्रा, व्यापारिक कार्य आदि के साथ-साथ अपना हर शुभ कार्य मुहूर्त के अनुरूप करता है.... ... और पढ़ेंनवेम्बर 2009व्यूस: 8742
दीपावली पूजन विधि एवं शुभ मुहूर्त गजाननम्भूतगणादिसेवितं कपित्थ जम्बू फलचारुभक्षणम्। उमासुतं शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपंकजम्।। दीपावली यानी धन और समृद्धि का त्यौहार। इस त्यौहार में गणेश और माता लक्ष्मी के साथ धनाधिपति भगवान कुबेर, सरस्वती और काली माता की भ... और पढ़ेंनवेम्बर 2013व्यूस: 10016
कौन बनेगा अमेरिका का राष्ट्रपति अमेरिका के राष्ट्रपति माननीय श्री बराक हुसैन ओबामा का कार्यकाल जनवरी २०१३ में समाप्त हो जाएगा। जैसे-जैसे ०६ नवम्बर का दिन समीप आ रहा हैं, वैसे वैसे न केवल संयुक्त राज्य अमेरिका में वरन संपूर्ण विश्व के लोगों की जिज्ञासा बढती जा रह... और पढ़ेंनवेम्बर 2012व्यूस: 7090
निउरी नवमी श्रावण शुक्ल नवमी के आने पर प्रात: कला नित्य नैमितिक क्रिया कलापों से निव्रती होकर निउरी नवमी व्रत व् नेवलों के पूजनार्थ विधिवत संकल्प लें की आज में निराहार रहते हुए अपने बच्चों को सापों के भय से मुक्ति हेतु नेवलों का पूजन करूंगा/... और पढ़ेंजुलाई 2012व्यूस: 10810