पापांकुशा एकादशी यह व्रत आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को किया जाता है। व्रती प्रात:काल नित्य कर्मों, स्नानादि से निवृत होकर भगवान विष्णु का भक्ति भाव से पूजन आदि करके भोग लगाते है। फिर यथासंभव ब्रह्माण को भोजन करा कर दान एवं ... और पढ़ेंनवेम्बर 2008व्यूस: 6560
श्रावण में क्यों बढ़ जाता है शिवपूजा का माहात्म्य? शिवपूजा कहीं भी की जाए, किसी समय की जाए फलदायी होती है। लेकिन श्रावण मास में गंगाजल से शिव अभिषेक का माहात्म्य दोगुना बताया जाता है। श्रावण मास के आगमन के साथ ही गंगाजल लेने दूर-दूर से निकले कांवरियों की कतार देखते ही बनती है। नंग... और पढ़ेंआगस्त 2013व्यूस: 10641
एक जांबाज का दुःखद अंत दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एक जांबाज इन्स्पेक्टर बद्रीश दत्त वास्तव में बड़े होनहार और अपने काम में बहुत होशियार थे। उनकी देख-रेख में पुलिस ने अनेक लक्ष्य में सफलता पूर्वक हासिल किए। कुछ दिन से वे आई.पी.एल. 6 में फिक्सिंग के मा... और पढ़ेंसितम्बर 2013व्यूस: 6180
अक्षरों के विहित अर्थ-2 प्रेम, विवाह एवं घर य पारिवारिक दायित्व के कारण प्रतिबन्ध एवं लोक सेवा इस काल की प्रमुख विशेषतायें हैं। व्यावसायिक जीवन में कर्तव्यों का निर्वहन सफलता एवं प्रोन्नति प्रदान कर सकता है। आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। स्वार्थ व्... और पढ़ेंसितम्बर 2013व्यूस: 6748
विदेशों में शिवलिंग पूजा भारतीयों में अनादिकाल से अब तक शिवलिंग पूजा चली आ रही हैं - यह तो प्रत्यक्ष ही हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंग तथा असंख्य शिव्लिगों की पूजा अर्चना का क्षेत्र है भारत। पाश्चात्य देशों में भी कई प्राचीन शिवालयों के होने का पता लगा हैं। ... और पढ़ेंआगस्त 2012व्यूस: 8058
हथेली पर चिन्ह: कहीं शुभ कहीं अशुभ किसी व्यक्ति का विवाह कब होगा, पत्नी कैसी मिलेगी. दाम्पत्य कैसा रहेगा. ये सारे तथ्य उसकी विवाह रेखा में छिपे होते है. यह रेखा उसके जीवन में अहम भूमिका निभाती है. इसे प्रणय रेखा व स्नेह रेखा भी कहते है........ और पढ़ेंजुलाई 2009व्यूस: 18670
बहुत चमत्कारी रत्न है कटहला यह बैंगनी, नीला और श्वेत आदि रंगों में पाया जाने वाला पारदर्शी, नरम, और चमकदार रत्न हैं. मगर यह जितने गहरे बैंगनी रंग का होगा, वह उतना ही अच्छा होता हैं. इसकी खाने ब्राजील, अफ्रीका और भारत में हैं. मगर यह ब्राजील का उतम माना जाता ... और पढ़ेंमई 2012व्यूस: 9494
आरुषि की हत्या में फ्लैट के वास्तु दोषों की अहम भूमिका पाया गया है की हर ह्त्या में वास्तुदोषों की भूमिका अहम होती है। कई घरों की बनावट में इतने गंभीर वास्तुदोष होते है की उनसे नकारात्मक ऊर्जा के कारण वहाँ पर हत्या जैसे जघन्य अपराध हो ही जाते है। वे कौन से दोष होते है जो ऐसी घटनाओं की... और पढ़ेंसितम्बर 2008व्यूस: 7615
सांचोली मां का व्रत मथुरा के नंदगांव से 8 कि.मी. दूर सांचोली गांव में मां सांचोली देवी का दिव्य धाम है। मां सांचोली के दर्शनोपरांत संकल्प के साथ अपने घर में स्थापित कर नित्य पूजा-पाठ करने से श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और उसका जीवन धन्य हो जात... और पढ़ेंमार्च 2010व्यूस: 8636
अशुभ साबित हो सकता है आपके वाहन का नंबर श्री प्रदीप कुमार अच्छे व्यवसायी है। उम्र लगभग ४० वर्ष है। व्यक्तित्व गंभीर है। गाडी चलाते समय ट्रैफिक के नियमों का पूरी तरह पालन करते है। गति सीमा में चलना कोई उनसे सीखें। गत वर्ष उन्होंने एक नई मारुती ली। एक वर्ष के अंदर ही उस। ... और पढ़ेंसितम्बर 2008व्यूस: 11282
शत अपराध शमन व्रत एक बार राजा इक्ष्वाकु ने अपने परमपूज्य गुरुदेव महर्षि वशिष्ठ जी से प्रश्न किया-हे ब्रह्माण हम लाख चाहने के बावजूद भूले से भी शताधिक पापकर्म तो अपने संपूर्ण जीवन में कर ही लेते है जो मृत्यु उपरांत हमारे एवं उसके उपरांत हमारे वंशजों... और पढ़ेंनवेम्बर 2008व्यूस: 6101
लोक आस्था का युगयुगीन केंद्र मां योगिनी स्थान शक्तिपीठ अथवा दैवी तीर्थ ब्रह्मांड के असीम रहस्यमयी शक्ति और ऊर्जा के जागृत स्थल हैं जहां पूजा, साधना व तप करने का विशेष महत्व है। आदि अनादि काल से दैवी तत्व से प्रभावित भारत भूमि में कितने ही सिद्धपीठ हैं पर इन सबों के मध्य मां य... और पढ़ेंअकतूबर 2013व्यूस: 10702