वास्तु शास्त्र में शकुन-अपशकुन की भूमिका एवं महत्व सभ्यता के प्रारम्भ से ही शकुन-अपशकुन की अवधारणा किसी न किसी रूप में विद्यमान रही हैं. पढ़े-लिखे तथा अनपढ़ सभी किसी न किसी रूप में इसको मानते हैं. ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र में भी इसको महत्त्व प्रदान किया गया हैं.... और पढ़ेंदिसम्बर 2012व्यूस: 17246
लोक सभा चुनाव 2014 वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में हर ओर 2014 के लोक सभा चुनाव की चर्चाएं गर्म हैं। भारत ही नहीं वरन् संपूर्ण विश्व के भारतीय समुदायों के बीच चुनाव के परिणाम एवं प्रधानमंत्री के नाम को लेकर अनुमानों का आदान-प्रदान एवं वाद-विवाद जोर पकड... और पढ़ेंअकतूबर 2013व्यूस: 1891
काली भी दुर्गा का ही रूप काली मां का नाम आते ही हमारे मन में राक्षसों का संहार करने वाली विकराल रूप लिए, मुंड माला गले में पहने अपनी कई भुजाओं से दुष्ट राक्षसों का वध करती देवी नजर आ जाती हैं। काली मां का उन दुष्ट राक्षसांे का वध करना वास्तव में धरती से प... और पढ़ेंअकतूबर 2013व्यूस: 11143
भूत-प्रेत निवारक ज्योतिषीय सामग्री जीवन में विपरीत परिस्थितियों का सामना किसी भी व्यक्ति को करना पड़ सकता हैं। मनुष्य जब भूत-प्रेत अथवा नजर, हाय या किसी दुष्ट आत्मा के जाल में फल जाता हैं। तब उसकी समस्या का समाधान करना दुष्कर कार्य होता हैं। ऐसे में बाधित व्यक्तियों... और पढ़ेंसितम्बर 2012व्यूस: 16466
किस्मत भाव न। ९ के ग्रह किस्मत के आधारी ग्रह होते हैं। तथा इस भाव में भाव न। ३ एवं भाव न। ५ में स्थित ग्रहों का प्रभाव भी आ मिलता हैं। संतान के जन्मदिन से भाव न। ५ में स्थित ग्रह भाव न। ९ में अपना प्रभाव डालना आरम्भ कर देते हैं। जिसके का... और पढ़ेंआगस्त 2012व्यूस: 8602
भविष्य में होने वाले दहन लाभ कों जानिए भाग्य रेखा जीवन रेखा से दूर हो, चंद्र से निकल कर कोई पतली रेखा भाग्य रेखा में मिलती हो. जीवन, भाग्य व मस्तिष्क रेखाओं में त्रिकोण बनाता हो और ये रेखाएँ दोष रहित हों, उंगलियां सीधी हों किन्तु हाथ पतला न हो ग्रह समुचित रूप से विकसित... और पढ़ेंजुलाई 2009व्यूस: 9264
जीवन की कहानी ग्रहों की जुबानी इस श्रृंखला के दूसरे लेख की शुरुआत एंजलीना जोली नामक एक ऐसी महिला से करते है जो बचपन में खुद से घृणा करती थी और आज जिसे पूरी दुनिया सराहती है। आज वह सबसे सुंदर महिलाओं में गिनी जाती है। ... और पढ़ेंमार्च 2008व्यूस: 8236
आदर्श जीवन शैली जीवन शैली एवं स्वस्थ रहना एक स्वाभाविक मानवीय आवश्यकता के साथ एक कला भी हैं। जिसे जीवन जीने की कला भी कह सकते हैं। जीवन जीने की कला में वही पारंगत हो सकता हैं। जिसे स्वस्थ जीवन का अर्थ एवं महत्त्व मालूम हो। हम प्रतिदिन जीवन जीते ह... और पढ़ेंजून 2012व्यूस: 21799
जब आश्चर्यचकित हुए हनुमान भक्ति में असीम शक्ति है। ऐसा ही एक प्रसंग है रामायण में उस समय का जब महावीर हनुमान संजीवनी बूटी लाने पर्वत पर गए थे।... और पढ़ेंफ़रवरी 2009व्यूस: 5262
शेयर बाजार में लाभ हानि का आकलन प्रश्न कुंडली द्वारा लाभ हानि एवं शेयर बाजार से जुड़े विभिन्न प्रश्नों का सही उत्तर दिया जा सकता है। प्रस्तुत है एक जानकारी... और पढ़ेंफ़रवरी 2009व्यूस: 5219
नींद के साथ ही रत्न से डिप्रेशन व् टेंशन ध्यान और नियंत्रण स्वस्थ व्यक्ति को छ; से आठ घंटे सोना जरुरी हैं. इससे कम या ज्यादा कोई सोता है तो वह किसी बीमारी का लक्षण है व् ऐसे व्यक्ति अवसाद, नशे और निराशा जैसे मनोविकारों से घिरे होते हैं. अवसाद से घिरे लोगों को नींद ज्यादा अनियमित देखी गयी ... और पढ़ेंमई 2012व्यूस: 7173
अग्नि तत्व राशि धनु में एकादश एवं द्वादश भाव में सूर्य द्वादश भावस्थ ग्रह जिन वस्तुओं से सम्बंध रखता है. उन वस्तुओं का व्यय होता है. इसी प्रकार द्वादश भाव का स्वामी जिस भाव में हों, मनुष्य को उस भाव से अर्थात उस भाव सम्बन्धी वस्तुओं से पृथक कर देता है....... और पढ़ेंदिसम्बर 2009व्यूस: 10220