संपूर्ण फलदायक त्रिशक्ति कवच लॉकेट अतिविशिष्ट, आलौकिक एवं अदभूत ईश्वरीय शक्ति से युक्त त्रिशक्ति कचव अथवा लॉकेट को धारण कर अपार धन संपदा एवं समृद्धि पाएं।... और पढ़ेंजनवरी 2009व्यूस: 4519
मेजर आरकाना कार्डों की चित्र व्याख्या जादूगर : यह एक उम्दा शकुन कार्ड है जो नए अवसरों का, नए उद्यम की महता, दृढ इच्छा शक्ति एवं हर काम में उमंग के समावेश होने का प्रतीक है. इसका पारे जैसा ढुलमुल स्वभाव है- आप स्वयं को आकलन ... और पढ़ेंमार्च 2012व्यूस: 6765
धार्मिक क्रिया-कलाप का वैज्ञानिक महत्व और ऊर्जा क्षेत्र बढ़ाने के साधन पिछले अंकांे में हमने नकारात्मक व सकारात्मक ऊर्जा क्या होती है तथा उनका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है, रंगों का हमारे जीवन में क्या महत्व है आदि से आपको अवगत कराया गया है तथा जियोपैथिक स्ट्रेस क्या होता है उसके प्रकार उसके मन... और पढ़ेंआगस्त 2013व्यूस: 9343
कर्तव्य एवं स्नेह का सूत्र : रक्षा बंधन रक्षा-बंधन की पावनता से यमलोक भी अछूता नहीं है. इस दिन मृत्यु के देवता यम कों उनकी बहन यमुना ने राखी बाँधी और अमर होने का वरदान दिया. यम ने अपनी बहन कों आशीर्वाद दिया था की जो भाई इस दिन अपनी बहन से राखी बंधवाएगा और उसे रक्षा का व... और पढ़ेंआगस्त 2009व्यूस: 8234
हस्त रेखाओं व ज्योतिष से पेट के रोग के कारण व निवारण हस्तरेखा व ज्योतिष शास्त्र के अध्ययन से हम पेट की बीमारियों का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। यहां पेट के विभिन्न रोगों को दर्शाने वाली रेखाओं का विश्लेषण प्रस्ततु है जिसे जानकर हस्तरेखा का साधारण ज्ञान रखने वाले लोग भी लाभ उठा सकते ह... और पढ़ेंअकतूबर 2009व्यूस: 11540
हस्त रेखा एवं स्वास्थ्य मंगल ग्रह उतम हो और मस्तिष्क रेखा में दोष हो तो व्यक्ति अत्यंत चिडचिडा व् गुस्सैल प्रवृति वाला होता है। ऐसे लोगों को रक्तचाप की भी संभावना रहती है। किसी स्त्री के मंगल ग्रह पर मोटी-मोटी आडी रेखाएं हों व शनि ग्रह दबा हो तो उसके गर्... और पढ़ेंजनवरी 2008व्यूस: 8919
अग्नि तत्व राशि षष्ट भाव में सूर्य वैदिक ज्योतिष के अनुसार जन्मकुंडली का षष्ट भाव रोग, ऋण, चिंता का भाव है. छठा भाव त्रिक भाव है, शास्त्रों में इस भाव कों दुस्थानों में रखा गया है. और शास्त्रों में सूर्य कों क्रूर ग्रह माना गया है. षष्ट भाव का सम्बन्ध सूर्य से होने... और पढ़ेंजून 2009व्यूस: 6830
देश विदेश की सफल हस्तियों के राज दर्शाती हस्तरेखाएँ. हाथ की रेखाएं किसी व्यक्ति के जीवन कों दिशा देती है. यदि शुभ हों, तो उसे पाताल की गहराइयों से उठाकर आसमान की ऊँचाइयों पर पहुंचा देती है. और अशुभ हों, तो ख़ाक में मिला देती है. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में जो लोग आसमान की बुलंदियों... और पढ़ेंजुलाई 2009व्यूस: 13530
कुछ उपयोगी टोटके आश्लेषा नक्षत्र में बरगद वृक्ष का एक पत्ता तोड़ कर लायें। उस पत्ते को गंगाजल से छींटा मारकर धूप देकर प्रार्थना करें कि हे अन्नपूर्णा देवी मेरे घर में सदा अन्न का भंडार भरा रहे कभी इसकी कमी न हो। उस पत्ते को चावल या गेहूं के अंदर द... और पढ़ेंसितम्बर 2013व्यूस: 34445
शनि का कन्या राशि में प्रभाव शनि का कन्या राशि में प्रवेश अधिकांशत: सुखद रहेगा. तुला राशि, जिसके लिए शनि की साढ़ेसाती और कुम्भ राशि जिसके लिए अष्टम ढैय्या प्रारंभ होगी. इन राशि के जातकों के लिए शनि का यह गोचर अधिक कष्टकारी न होकर केवल परिवर्तनजनक होगा....... और पढ़ेंसितम्बर 2009व्यूस: 23069
जीवन का निश्चित व्रत: नाम स्मरण शार्मिक शास्त्रों में जो फल तपस्या, योग एवं समाधि से भी नहीं मिलता, कलियुग में वही फल श्री हरिकीर्तन से सहज ही मिल जाता है. नाम स्मरण का तात्पर्य – वाणी से प्रभु नाम का गायन, मन से स्मरण, चित से चिंतन एवं ह्रदय से धारण करने से है.... और पढ़ेंजून 2009व्यूस: 13558
मरघट वाला हनुमान मंदिर मरघट वाले बाबा की जय, मरघट वाले बाबा की जय, सुबह या शाम कभी भी आप मंदिर पहुंचे. यह जयकारा गूंजता ही रहता है. यूं तो नित्य मंदिर में भक्तों का जमावडा रहता है. किन्तु मंगलवार व शंविअरा कों विशेष भीड़ रहती है. खासकर मंगलवार....... और पढ़ेंसितम्बर 2009व्यूस: 13358