शनि क्रूर नहीं न्यायाधीश है जनसाधारण में शनि को कष्टप्रदाता के रूप में अधिक जाना जाता है। किसी ज्योतिषाचार्य से अपना अन्य प्रश्न पूछने के पहले व्यक्ति यह अवश्य पूछता है। की शनि उस पर भरी तो नहीं। भारतीय ज्योतिष में शनि को नैसर्गिक अशुभ ग्रह माना गया है। ... और पढ़ेंजुलाई 2008व्यूस: 7381
उन्माद एवं मनोरोग ज्योतिष की नजर में उन्माद एक मानसिक रोग है। प्रश्न मार्ग, जातक तत्व इत्यादि ग्रंथों में इसका विस्तृत उल्लेख मिलता है। हर्ष, शोक, विषाद, डर आदि की अति होने पर अथवा महत्वाकांक्षा या किसी अन्य अभिलाषा की पूर्ति न होने पर व्यक्ति के उन्मादग्रस्त हो जाने... और पढ़ेंजून 2008व्यूस: 13616
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की हस्तरेखाओं का अध्ययन श्रीमती पाटिल की उंगलियां छोटी, पतली व् सीधी है। उनका हाथ भारी है, तथा उसमें सभी ग्रह उच्चस्थ है। ऐसा हाथ कम ही पाया जाता है। उच्च कोटि के व्यक्तिव को दर्शाने वाली इन हस्तरेखाओं ने श्रीमती पाटिल के सर्वोच्च पद। ... और पढ़ेंमार्च 2008व्यूस: 6959
लाफ्टर किंग – राजू श्रीवास्तव हमारे जीवन में कुछ समय ऐसा भी चाहिए जब हम सारी चिंता फिक्र छोड़कर कुछ मनोरंजन कर सकें तो कुछ समय का ही सही एक सात्वना तो मिलती है। जिसका एक बहुत अच्छा साधन टी। वी। आजकल लगभग हर टी.वी. चैनल पर मनोरंजन का एक खास कार्यक्रम प्रसारित। ... और पढ़ेंमई 2008व्यूस: 8167
जब हनुमान से हारे शनि शनिदेव कों इस बात का तनिक भी ज्ञान नहीं था की रघुनाथ के चरणाश्रितों पर काल का प्रभाव नहीं होता. करुणा निधन जिनके ह्रदय में एक क्षण कों भी जाते है, काल की कला वाहन सर्वथा निष्प्रभावी हो जाती है....... और पढ़ेंसितम्बर 2009व्यूस: 15021
जीवत्पुत्रिका व्रत जीवत्पुत्रिका का व्रत महिलाएं अपने पुत्रों की दीर्घायु की कामना के लिए करती है। यह व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन रखा जाता है। व्रती महिलाएं नित्य कर्म, स्नानादि से निवृत होकर भगवान सूर्य, राजा जीमूतवाहन आदि की पूज... और पढ़ेंनवेम्बर 2008व्यूस: 5628
अस्पताल हेतु वास्तु के नियम प्रवेश द्वार की भुजा की संपूर्ण लम्बाई नाप कर उसके ९ हिस्से कर लें. यदि प्रवेश द्वार पूर्व में बनाना हो, तो ईशान कोण से २ हिस्से छोडकर शेष २ हिस्सों में, दक्षिण दिशा में हों, तो आग्नेय कोण से २ हिस्से छोडकर, शेष २ हिस्सों में, पश्... और पढ़ेंदिसम्बर 2009व्यूस: 9838
बिगडते प्रेम-संबंध एवं हस्त रेखाएं किसी शायर ने सच ही कहा है,‘कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता” यह जिंदगी कि हकीकत मनुष्य के जीवन के हर पहलू पर लागू होती है। प्रेम-संबंधों के मामले में भी इसकी अहमियत कम नहीं है। क्या आपने कभी सोचा है, ऐसा क्यूं होता है। ... और पढ़ेंआगस्त 2008व्यूस: 6573
मदर टेरेसा मैकेडोनिया का एक छोटा सा खूबसूरत क़स्बा है। जिसकी आबादी लगभग १०० साल पहले मात्र कुछ हजार थी। यहीं २६ अगस्त १९१० को १४ बजकर २५ मिनट अपर निकोलस बोजास्क्यू और ड्रेनफाइल दंपति के घर उनकी सबसे छोटी पुत्री का जन्म हुआ और उसका नाम रखा। ... और पढ़ेंआगस्त 2008व्यूस: 8638
तीर्थराज मनिकर्ण देवभूमि हिमाचल प्रदेश में कुल्लू घाटी और कुल्लू शहर का सौंदर्य अप्रतिम है। व्यास व् विपाशा नदियों के किनारे बसे इस क्षेत्र का मनभावन वातावरण, झरनों से फूटता संगीत, प्राकृतिक फलों से लदे वृक्ष, भिन्न-भिन्न प्रकार के पहाड़ी फूलों से ... और पढ़ेंआगस्त 2008व्यूस: 7202
मांगलिक दोष परिहार यह सत्य है की ग्रहों–नक्षत्रों की विशेष स्थितियों के कारण कुछ दुर्योग निर्मित होते है जो जातक की कुंडली में दृष्टि गोचर होते है,परन्तु ऐसा होने पर भी आवश्यक नहीं की ये दुर्योग जातक को प्रभावित करें। अन्य ग्रहों की स्थिति, दृष्टि-य... और पढ़ेंजुलाई 2008व्यूस: 7963
सर्वाधिक प्रगतिदायक भी है शनि शनि का शुभ प्रभाव व्यक्ति को नगर, ग्राम या राष्ट्र का मुखिया, बुद्धिमान विभिन्न प्रकार की कलाओं में निपुण, विनयशील तथा ईश्वर और ब्राह्मण के प्रति आस्थावान बनाता है। साथ ही वह उसे वाहन,स्वर्ण, रत्न, जवाहरात, वस्त्र, आभूषण ... और पढ़ेंजुलाई 2008व्यूस: 12404