जैमिनी ज्योतिष


कारकांश लग्न द्वारा फलकथन

ज्योतिष की अनेकों विद्याओं में से एक विद्या जैमिनी ज्योतिष भी है जिसे जैमिनी ऋषियों द्वारा उपदेश सूत्रों के रूप में दिया गया है यह विद्या पराशरीय प्रणाली से विभिन्न होते हुये भी काफी सटीक व सूक्ष्म फलित व गणित कर पाने में सक्षम है... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याघरजैमिनी ज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीक

अप्रैल 2012

व्यूस: 75034

गर्भाधान एवं गर्भपात

गर्भाधान एवं गर्भपात

रामचंद्र शर्मा

जन्म कुण्डली में त्रिकोण भावों को सबसे शक्तिशाली माना जाता है। लग्न, व्यक्तित्व व व्यक्ति के स्वास्थ्य का भाव है। पंचम भाव बुद्धि, संतान तथा निर्णय क्षमता से सम्बन्ध रखता है। नवम भाव भाग्य का है यह धर्म व चिन्तन का भाव भी है। इन्ह... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याघरजैमिनी ज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीक

जनवरी 2014

व्यूस: 11124

चर दशा और विवाह

चर दशा और विवाह

फ्यूचर पाॅइन्ट

हमारे ऋिषि मुनियों ने वैदिक ज्योतिष में अनेक दशाओं का वर्णन किया है। इनमें ऋषि जैमिनी की वह महत्वपूर्ण चर दशा भी है जिसका वर्णन किया है। इस आलेख में विवाह में चर दशा की भूमिका का वर्णन प्रस्तुत है। विवाह जैसे महत्वपूर्ण संस्कार... और पढ़ें

ज्योतिषदशाजैमिनी ज्योतिषविवाहभविष्यवाणी तकनीक

अप्रैल 2005

व्यूस: 21486

पं. लेखराज शर्मा जी की विलक्षण प्रतिभा

जीवन में अनेक व्यक्तियों से मिलकर हम उनके चमत्कारी व्यक्तित्व से अत्यंत प्रभावित होते हैं। उनकी विशेषता गुण व् कार्य प्रणाली इस हद तक चमत्कारिक होती हैं। की उनके आगे नतमस्तक होने को मन चाहता हैं।... और पढ़ें

ज्योतिषप्रसिद्ध लोगज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याघरजैमिनी ज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीक

मार्च 2013

व्यूस: 60634

कारकांश लग्न से डॉक्टर बनने के योग

''जैमिनी सूत्रम्'' के श्लोक नं. 87 के अनुसार यदि कारकांश लग्न में शुक्र या चंद्र हो और वहां स्थित चंद्र को बुध देखता हो तो जातक डॉक्टर होता है।... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याघरजैमिनी ज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीकव्यवसाय

जुलाई 2009

व्यूस: 6893

कारकांश लग्न और आप

कारकांश लग्न और आप

किशोर घिल्डियाल

कारकांश लग्न के आधार पर व्यक्ति विशेष के बारे में फलादेश आज के युग में समयानुसार परिवर्तन के साथ समझे जा सकते हैं। (1) कारकांश लग्न में सूर्य व राहु की युति हो व शुभ ग्रह की दृष्टि हो तो व्यक्ति विषवैद्य अर्थात चिकित्सक होता है। (... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याघरजैमिनी ज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीक

जुलाई 2012

व्यूस: 9605

पद, उपपद और अर्गला के आधार पर फल कथन

लग्नकुंडली के आधार पर की गई भविष्यवाणी मिथ्या हो जाती है, जिसके निराकरण हेतु महर्षि पराशर ने षड्वर्ग की व्यवस्था की। जब कोई फल लग्नकुंडली के साथ-साथ षड्वर्ग कुंडली से भी प्रकट होता है, तो उसके मिथ्या होने की संभावना कम होती है और ... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगजैमिनी ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीक

अकतूबर 2005

व्यूस: 13611

ज्योतिष और मृत्यु काल

ज्योतिष और मृत्यु काल

सेवाराम जयपुरिया

भारतीय परंपरा में अनेक विशेषताएं हैं और प्रत्येक के पीछे एक ही उद्देश्य रहा है कि मानव जीवन को अधिकतम सुविधा व सुरक्षा प्रदान की जाय। वेदशास्त्र ज्ञान विज्ञान का महाभंडार हैं। इसी परंपरा में ज्योतिष शास्त्र वेदों का विशेष छठा अंग ... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगदशाजैमिनी ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकगोचर

अप्रैल 2008

व्यूस: 11312

एस्ट्रो पामिस्ट्री

शुक्र, बुध दोनों स्वास्थ्य रेखा से मिल जाएं और सूर्य रेखा सुंदर व स्पष्ट पाई जाए तथा सूर्य का सितारा बुध पर्वत की ओर हो तो सूर्य खाना नंबर एक में होगा। Û भाग्य रेखा या सूर्य रेखा बृहस्पति का रूख करें, मगर शनि के पर्वत पर कोई शनि र... और पढ़ें

हस्तरेखा शास्रजैमिनी ज्योतिषहस्तरेखा सिद्धान्त

मार्च 2014

व्यूस: 13862

Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

SHARE YOUR PROBLEM, GET SOLUTIONS

  • Health

  • Family

  • Marriage

  • Career

  • Finance

  • Business

लोकप्रिय विषय

करियर बाल-बच्चे चाइनीज ज्योतिष दशा वर्ग कुंडलियाँ दिवाली डऊसिंग सपने शिक्षा वशीकरण शत्रु यश पर्व/व्रत फेंगशुई एवं वास्तु टैरो रत्न सुख गृह वास्तु प्रश्न कुंडली कुंडली व्याख्या कुंडली मिलान घर जैमिनी ज्योतिष कृष्णामूर्ति ज्योतिष लाल किताब भूमि चयन कानूनी समस्याएं प्रेम सम्बन्ध मंत्र विवाह आकाशीय गणित चिकित्सा ज्योतिष Medicine विविध ग्रह पर्वत व रेखाएं मुहूर्त मेदनीय ज्योतिष नक्षत्र नवरात्रि व्यवसायिक सुधार शकुन पंच पक्षी पंचांग मुखाकृति विज्ञान ग्रह प्राणिक हीलिंग भविष्यवाणी तकनीक हस्तरेखा सिद्धान्त व्यवसाय पूजा राहु आराधना रमल शास्त्र रेकी रूद्राक्ष श्राद्ध हस्ताक्षर विश्लेषण सफलता मन्दिर एवं तीर्थ स्थल टोटके गोचर यात्रा वास्तु परामर्श वास्तु दोष निवारण वास्तु पुरुष एवं दिशाएं वास्तु के सुझाव स्वर सुधार/हकलाना संपत्ति यंत्र राशि
और टैग (+)