कांवड़ से लोक व परलोक साधन कंधे पर गंगाजल लेकर भगवान् शिव के ज्योतिर्लिगों पर चढाने की परंपरा, कांवड़ यात्रा ' तीर्थ दर्शन एवं देव उपासना के सामान ही कल्याणकारी हैं। यह पवित्र यात्रा भक्त को भगवान् से जोड़ती हैं। मेदिनी कोष 'क' का अर्थ ब्रह्मा करता है। ... और पढ़ेंआगस्त 2012व्यूस: 5572
उत्तर दिशा का गार्डरूम आय में बाधक होता है किसी भवन या घर का वास्तु दोष उसकी आर्थिक उन्नति में बाधा बन जाता है। प्रस्तुत है सामान्य रूप से पाए गए वास्तु दोष एवं उनका समाधान... और पढ़ेंनवेम्बर 2009व्यूस: 4989
विभिन्न धर्म एवं ज्योतिषीय उपाय इस ब्रह्माण्ड में तीन चीजें विद्यमान हैं- परमात्मा, प्रकृति और पछाहीं। ये तीनों सदा है और सदा ही रहेगीं। यह जगत कर्म प्रधान है तथा इसके कर्ता प्राणी हैं। परमात्मा इन दोनों के मध्य सेतु का कार्य करते हैं। अर्थात दोनों को कार्यों का... और पढ़ेंजुलाई 2012व्यूस: 8513
श्रीयंत्र का अंतर्निहित रहस्य यंत्र संस्कृत भाषा का शब्द हैं। जिसका शाब्दिक अर्थ हैं 'हथियार या औजार। जिसका प्रयोग किसी भी प्रकार की विशिष्ट क्रिया की पूर्णता हेतु अतिआवश्यक हैं। जिस प्रकार किसी भी कार्य का सफल एवं पूर्ण निष्पादन उससे सम्बन्धित यंत्रों का प्रय... और पढ़ेंजुलाई 2012व्यूस: 8539
ब्रह्माण्ड एवं सौर मंडल सूर्य तो स्वयं प्रकाशवान है। लेकिन ग्रहों में पिंडों का प्रकाश नहीं होता है। ये सभी ग्रह सूर्य के प्रकाश से ही प्रकाशित होते है। सूर्य के चारों ओर ये ग्रह अपनी-अपनी कक्षा मे परिक्रमा करते है। हमारे सौर मंडल में सूर्य के इर्द –गिर्... और पढ़ेंजनवरी 2008व्यूस: 9742
यंत्र एक लाभ अनेक विभिन्न देवी देवता ईश्वर के ही प्रतिरूप है। यही कारण है की तीनों लोकों का ईश्वर एक ही है। किसी भी देवता की साधना की जाए, कामना एक रहती है। - ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करना | प्रत्येक प्राणी की कोई न कोई इष्ट देवी या देवता होता है।... और पढ़ेंमई 2008व्यूस: 16116
उत्तराखंड की त्रासदी उत्तराखंड राज्य में ऐसी भीषण प्राकृतिक आपदा आयी जिससे लगभग पूरा राज्य ही त्रासदी की चपेट में आ गया और चारों ओर हाहाकार मच गया। केदारनाथ धाम यात्रा के लिए देश एवं विदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए हुए श्रद्धालुओं को इस आपदा ने सदा के ... और पढ़ेंआगस्त 2013व्यूस: 11592
कांवड़ यात्रा - विराट धार्मिक आयोजन कांवड़ का मूल शब्द है 'कांवर" जिसमें शिव भक्त अपने कंधे पर पवित्र जल का कलश लेकर पैदल यात्रा करते हुए इष्ट शिवलिंगों तक पहुंचाते हैं। पितृभक्त श्रवण कुमार को प्रथम कांवड़ चढाने वाला माना जाता हैं।... और पढ़ेंआगस्त 2012व्यूस: 8117
कष्टनिवारक बहुप्रभावी यंत्र इंसान की किसी भी धर्म में आस्था हो, सबकी मूलभूत अनुभूतियां और भावनाएं एक जैसी होती हैं। प्रेम, घ्रणा, हर्ष विषाद, सुख-दुःख, मित्रता-शत्रुता, भूख-प्यास आदि का अनुभव हर इंसान करता हैं।... और पढ़ेंजुलाई 2012व्यूस: 9093
शिरडी के सांई बाबा जीवन की कहानी ग्रहों की जुबानी के अंतर्गत हम अभी तक कई प्रसिद्द भारतीय व् विदेशी कलाकारों, खिलाड़ियों महत्वपूर्ण हस्तियों के जीवन का ज्योतिषीय विश्लेषण प्रस्तुत कर चुके है। इस बार हम साक्षात देव अवतार महान संत श्री सांई नाथ के जीवन... और पढ़ेंसितम्बर 2008व्यूस: 10163
ऊपरी बाधा और ज्योतिषीय ग्रहयोग प्रेतबाधा के सूचक ज्योतिषीय योग इस प्रकार है- नीच राशि इमं स्थित राहू के साथ लग्नेश हो तथा सूर्य, शनि व् अष्टमेश से दृष्ट हो। पंचम भाव में सूर्य तथा शनि हो, निर्बल चन्द्रमा सप्तम भाव में हो तथा बृहस्पति बारहवें भाव में हों। जन्म स... और पढ़ेंसितम्बर 2012व्यूस: 9959
अशुभ एवं असफलतादायक मुहूर्तों को जानिए इस लेख में कुछ ऐसे अशुभ मुहूर्तों की चर्चा की गई है जिनमें कार्य प्रारंभ करने पर प्रायः असफलता हाथ लगती है।... और पढ़ेंनवेम्बर 2009व्यूस: 5085