धोखे का ग्रह एक से १२० वर्ष तक की आयु को ओसत आयु माना गया है. एक तालिका १२ x १० की बना और जिस वर्ष सूर्य वर्षफल में पाले भाव में आये उस वर्ष के खाने के ऊपर सूर्य लिख कर बाकी लें ग्रहों को क्रमवार से लिखे दें. ... और पढ़ेंमार्च 2012व्यूस: 9204
कुछ उपयोगी टोटके गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी का दायीं और मुड़ी सूंड वाला चित्र घर या दुकार पर लगाकर उनकी आराधना करें. उनके आगे लौंग तथा सुपारी, रखे और जहां कार्य कराने में जाना हो, वहाँ लौंग और सुपारी जेब में रखकर जैय गणेश काटो कलेश “ कहते हुए जाये... और पढ़ेंदिसम्बर 2009व्यूस: 17671
विजया एकादशी कहा जाता है की इसी एकादशी का व्रत करके श्रीराम समुद्र पर सेतु निर्माण करा पाने में सक्षम हुए थे और इसी के प्रभाव से उन्होंने रावण पर विजय प्राप्त की थी। यह व्रत फालगुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है ... और पढ़ेंनवेम्बर 2008व्यूस: 6661
महामृत्युंजय की महिमा महामृत्युंजय मंत्र यथावधि जप करने से साधक दीर्घायु होता है, उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं. तथा व्यक्ति को कठिन से कठिन कार्य में भीं सफलता मिलती हैं. नियमित रूप से महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से साधक ब्रह्मामय हो जाता है. यह म... और पढ़ेंमई 2009व्यूस: 15352
दिमाग के 42 खाने सूर्य प्रभावित करता है, दिमागी खाना न. 8-20-29 और 41 को. चन्द्र प्रभावित करता है दिमागी खाना नं . 04, 21, 28, 40 को. मंगल प्रभावित करता हैं। दिमागी खाना नं. 03,08,17,27,41 को। मंगल बद प्रभावित करता हैं। दिमागी खाना नं 04, 14, 34 ह... और पढ़ेंजून 2012व्यूस: 7358
अंक कुण्डली का निर्माण एवं फलादेश अंक कुण्डली नाम तथा जन्मतिथि की एक जगह पर ही सभी प्रकार की गणनाओं का विस्तृत तस्वीर प्रस्तुत करता है। चरित्र विन्यास एवं भूत, वर्तमान तथा भविष्य की जानकारी का अध्ययन एक साथ किया जाना चाहिए, चूँकि दोनों एक-दूसरे के साथ मिश्रित हैं।... और पढ़ेंदिसम्बर 2013व्यूस: 9595
रक्तचाप : आधुनिकता की देन रक्त और रक्त कणों के परिमाण जब उचित हों और रक्त वाहिनियों में, जब कोई रूकावट नहीं हों, तब यह रक्तचाप अपने स्वाभाविक मात्रा में रहता है. और जब इन परिमाणों में विकृति उत्पन्न होती है, तब रक्तचाप बढता है....... और पढ़ेंजुलाई 2009व्यूस: 7579
दक्षिण –पश्चिम में लगे शीशे स्वास्थ्य हानि एवं अनचाहे खर्चे के कारण घर के उत्तर-पूर्व में सीढियां थी. उत्तर-पूर्व में सीढियां हर तरह से विकास में बाधक होती है.घर मने मानसिक तनाव बना रहता है. और भारी आर्थिक समस्याओं का सामना करना पडता है. दक्षिण-पश्चिम में बोरिंग होना एक एक गंभीर वास्तु दोष है....... और पढ़ेंसितम्बर 2009व्यूस: 6734
कुछ उपयोगी टोटके शीघ्र विवाह हेतु कारोबार में उन्नति के लिए अजमाइए इन टोटकों को ये टोटके अत्यंत फलदायी एवं अचूक है।... और पढ़ेंमार्च 2009व्यूस: 7401
विभिन्न प्रकार की मालाएं उनके उपयोग से लाभ तुलसी माला, तुलसी के पौधे से निर्मित की जाती है। तुलसी परम पवित्र एवं आध्यात्मिक तथा औषधीय गुणों से अपने आप में परिपूर्ण है। इस माला से भगवान विष्णु, राम, कृष्ण एवं गायत्री मंत्र का जप, अत्यंत शुभदायी होता है। वैष्णव दीक्षा से दीक... और पढ़ेंसितम्बर 2011व्यूस: 16101
आशा भागोती व्रत आशा भागोती का व्रत आश्विन मास की कृष्णाष्टमी से अमावस्या तक करने का विधान हैं। आशा भागोती जगत जननी मां का ही एक कल्याणकारी स्वरूप हैं। जो सभी की इच्छाओं को पूर्ण करने वाला हैं। ... और पढ़ेंअकतूबर 2012व्यूस: 11946
संवत 2071 का मेदिनीय फल विचार वर्ष को संवत्सर के नाम से जाना जाता है। संवत्सर की प्रवृत्ति बृहस्पति के मध्यमान से होती है अर्थात् गुरु जितने समय में एक राशि को पार करता है उस अवधि को संवत्सर कहते हैं और इस बृहस्पति मान में 60 संवत्सर होते हैं जिनको अलग-अलग नाम... और पढ़ेंजनवरी 2014व्यूस: 7382