सम्मोहन उपचार सम्मोहन एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसका प्रभाव शरीर पर नापा जा सकता है। अतः सम्मोहन को जादू या कोई अवैज्ञानिक कार्य समझना उचित नहीं है। सम्मोहन की अवस्था में नये न्यूरो-पाथ बनाकर व्यवहार को प्रभावित किया जा सकता है।... और पढ़ेंफ़रवरी 2012व्यूस: 9867
हस्तरेखा शास्त्र सामुद्रिक शास्त्र को हस्तरेखा शास्त्र या विज्ञान भी कहते है। इसकी रचना सामुद्र ऋषि ने कि थी। इसी कारण इसे सामुद्रिक शास्त्र कहा जाता है। सामुद्रिक शास्त्र के सिद्धांतों के आधार पर रेखाओं का सूक्ष्म रूप से अध्ययन कर भविष्य बताया जा... और पढ़ेंआगस्त 2008व्यूस: 20219
राम नाम की सत्यता के प्रमाण सतयुग के प्रारम्भ काल से ही लें तो महर्षि वाल्मीकि का उदाहरण सामने आता है, वे तो उनके उल्टे शब्द ‘ मरा” को ही जपते – जपते ब्रह्मामय हो गए। १५वीं – १६ वीं सदी में तुलसीदास ने “रामचरित मानस” लिखा। उसका हर शब्द मंत्र है। यदि। ... और पढ़ेंअप्रैल 2008व्यूस: 13150
गुप्त रोग एवं ज्योतिष ज्योतिष के अनुसार किसी रोग विशेष की उत्पति जातक के जन्म समय में किसी राशि एवं नक्षत्र विशेष में पाप ग्रहों की उपस्थिति, उन पर पाप प्रभाव, पाप ग्रहों के नक्षत्र में उपस्थिति एवं पाप ग्रह अधिष्ठित राशि के स्वामी द्वारा युति या दृष्ट... और पढ़ेंजनवरी 2008व्यूस: 16948
कष्ट ही नहीं सुख-समृद्धि भी देता है कालसर्प योग कालसर्प योग में सात ग्रह राहु-केतु के मध्य होते है. जनमानस के मन में कालसर्प योग की धारणा सकारात्मक नहीं है. इस योग कों अनिष्टकारी, कष्टकारी और दुखदायी माना जाता है. जबकि अनेक बार इस योग का अध्ययन करने पर यह पाया गया है, की कालसर्... और पढ़ेंअप्रैल 2009व्यूस: 17694
कुछ उपयोगी टोटके छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है।... और पढ़ेंआगस्त 2013व्यूस: 17353
दुर्लभ वनस्पति परिचय एवं प्रयोग आकस्मिक लाभ के लिए हर सिंगार के बांदा का प्रयोग करते हैं। उक्त बांदा को प्राप्त कर संपूर्ण बांदा पर अष्टगंध लगा दें। फिर बांदा के ऊपर सिंदूर से स्वास्तिक का अंकन कर किसी चंडी के पात्र में ढक्कन बंद करके रखें। इसे अपनी दूकान तथा व्... और पढ़ेंजुलाई 2012व्यूस: 53695
कैसा फल देता है अस्त ग्रह अस्त ग्रह क्या है? कोई भी ग्रह सूर्य से एक निश्चित अंश में आने पर अस्त हो जाता है। किसी ग्रह के अस्त होने का अर्थ है। की वह सूर्य के इतने निकट हो जाता है की उसके तेज और ओज में छिप जाता है और क्षितिज पर दृष्टिगोचर।... और पढ़ेंअप्रैल 2008व्यूस: 14711
श्री विद्या उपासना सभी शंकरपीठों में भगवती त्रिपुरसुंदरी की उपासना श्रीयंत्र में की जाती है। जिसे श्री चक्र भी कहा जाता है। यह श्रीयंत्र अथवा श्रीचक्र भगवान शिव और माँ शिवा दोनों का शरीर है। श्रीयंत्र की उत्पति स्वयं में अनेकानेक रहस्यों को समेटे हु... और पढ़ेंमई 2008व्यूस: 30365
सूर्य उपासना का महापर्व छठ यह पर्व संपूर्ण बिहार और उतर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों में बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता हिया। जिसमें संतान एवं सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए भगवान सूर्य देवा की आराधना की जाती है। यह पर्व बहुत ही साफ-सफाई और निष्ठा के साथ मनाया जात... और पढ़ेंनवेम्बर 2008व्यूस: 5672
हस्त रेखा विशेषज्ञ से जानिए आप अपने जीवन से निराश न हो। ईश्वर की कृपा से आप आत्मनिर्भर हो जाएंगी। पनी मेहनत एवं बुद्धि के सामंजस्य से सफल होंगी। ६ मास तक रविवार का व्रत करें। व्रत के दिन मीठा भोजन करें। जल में रोली और अक्षत मिलाकर भगवान सूर्य ... और पढ़ेंसितम्बर 2006व्यूस: 6640
देवशयनी एकादशी व्रत शयनी या देवशयनी एकादशी व्रत आषाढ़ शुक्लपक्ष एकादशी को किया जाता है। यह एकादशी महान पुण्यदायी, स्वर्ग और मोक्ष प्रदान करने वाली एवं संम्पूर्ण पापों का हरण करने वाली है। एक समय नंद नंदन मुरली मनोहर भगवान श्रीकृष्ण से धर्मराज। ... और पढ़ेंजुलाई 2008व्यूस: 8273