शारीरिक हाव-भाव द्वारा पुरूष व्यक्तित्व की पहचान अमित कुमार रामउदर (पेट) जिस व्यक्ति का पेट आगे को निकला हुआ हो, यह शुभ लक्षण नहीं है। जबकि ऐसा व्यक्ति जिसका उदर बराबर सा हो, वह धन ऐश्वर्य संपन्न होता है। जिसका पेट घड़े के समान हो, यह निशानी दरिद्रता की है। जिसका पेट व्याघ्र या सि... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंविविधभविष्यवाणी तकनीकआगस्त 2014व्यूस: 12069
नजर दोष निवारक मंत्र व यंत्र भगवान सहाय श्रीवास्तववायुमंडल में व्याप्त अदृश्य शक्तियों के दुष्प्रभाव से ग्रस्त लोगों का जीवन दूभर हो जाता है। प्रत्यक्ष रूप से दिखाई न देने के फलस्वरूप किसी चिकित्सकीय उपाय से इनसे मुक्ति संभव नहीं होती।... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायमंत्रविविधयंत्रमार्च 2010व्यूस: 11938
क्या है स्वप्न का विज्ञान? किशोर घिल्डियालहमारे मस्तिष्क को दिन भर जो सिगनल मिलते हैं और भावनाएं जागृत होती है जिन्हें हम चाह कर के भी नहीं प्रकट कर पाते वह हमारे अवचेतन मन में दर्ज होते जाते हैं रात को जब शरीर आराम कर रहा होता है तब यह स्वप्न रूप में प्रकट होते हैं। जानि... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंसपनेजून 2010व्यूस: 11890
क्या स्वप्न सच होते हैं? सोनियां शर्मास्वप्नों के शुभ एवं अशुभ अर्थ लगाए जाते हैं। जीवन में जितने और जिस प्रकार के स्वप्न दिखाई देते हंै इन सबको लिपिबद्ध करना संभव नहीं है। स्वप्न एक ऐसा चलचित्र है जिसका न तो कोई प्रारंभ है न ही अंत। एक ही रात में मनुष्य ... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंसपनेजून 2014व्यूस: 11869
तंत्र रहस्य और साधना में सफलता असफलता के कारण शुभेष शर्मनतंत्र अपने आप में एक रहस्य का परिचायक है। भगवान शिव ने मनुष्य के कल्याण के लिए कुछ ऐसी विद्याओं का निर्माण किया जिनके माध्यम से मानव ही नहीं देवता और राक्षसों के द्वारा गुप्त विद्याओं के प्रयोग उनकी साधना के माध्यम से ... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंविविधअकतूबर 2014व्यूस: 11666
दुः स्वप्न : कारण-प्रभाव-निवारण फ्यूचर पाॅइन्टभारतीय जयोतिष में सपनों की विस्तृत व्याख्या की गई है। सपनों में विभिन्न वस्तुओं, पशु पक्षियों आदि के किन अवस्थाओं में दिखाई देने का क्या अशुभ फल हो सकता है इसका संक्षिप्त विवरण यहां प्रस्तुत है।... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंसपनेविविधभविष्यवाणी तकनीकमार्च 2010व्यूस: 11650
जीवन में शकुन की महत्ता हरिश्चंद्र प्रसाद आर्यशकुन एक ऐसा जाना माना माध्यम है जो व्यक्ति के जीवन में होने वाली शुभाशुभ घटनाओं का संकेत बनता है। आदिकाल से व्यक्ति शकुन में विश्वास करता चला आ रहा है। शकुन को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है। अशुभ से बचने क... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंशकुनजून 2014व्यूस: 11062
शीघ्र विवाहार्थ व क्रोध शमन हेतु शावर मंत्र ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’भारतीय संस्कृति अनुसार जो विवाहादि कार्य सोलह वर्ष की अवस्था तक निश्चित रूप से संपन्न कर दिए जाते थे, आज भारत, भारत सरकार व स्व विचारधारा के अनुसार वह शुभ कार्य विलंब से पूर्ण किए जाते हैं। ऐसी स्थिति में वर व कन्या में हठधर्म... और पढ़ेंदेवी और देवअन्य पराविद्याएंअध्यात्म, धर्म आदिमंत्रअकतूबर 2014व्यूस: 10986
अपशकुन क्या है फ्यूचर पाॅइन्टकार्य की अपूर्णता दर्शाने वाले लक्षणों हम अपशकुन मानते हैं। यहां पाठकों के लाभार्थ हेतु उपयोग की कुछ वस्तुओं, विभिन्न जीव जंतुओं, पक्षियों आदि से जुड़े कुछ अपशकुनों का विवरण प्रस्तुत है।... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायशकुनमार्च 2010व्यूस: 10540
आग्नेय महापुराणोक्त ग्रह शांति यज्ञ विधि अशोक शर्माआग्नेय पुराण में श्लोक संख्या एक से चौदह में ग्रह शांति के विधान हवन, मंत्र, समिधाएं, साकल्य आदि का स्वष्ट वर्णन किया गया है प्रस्तुत लेख में ग्रह को समर्पित भोग तथा दान का भी विधान बताया गया है।... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंविविधसितम्बर 2010व्यूस: 10506