संवत २०६३ का वर्षफल फ्यूचर समाचारजगत पिता ब्रह्माजी न सृष्टि की रचना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को की थी अत: इसी पुनीत दिन को संवत्सर का आरम्भ माना जाता है। इस बार इस संवत्सर २०६३ का प्रवेश चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तदनुसार २९ मार्च २००६ बुधवार को अपराह्न ३ बजकर ४७ मिनट पर ... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंअप्रैल 2006व्यूस: 8928
कामदा एकादशी व्रत फ्यूचर समाचारकामदा एकादशी व्रत चैत्र शुक्ल पक्ष एकादशी के दिन किया जाता है। एक समय पांडूनंदन धर्मावतार महाराज युद्धिष्ठिर ने त्रिलोक नाथ, यशोदा मां के दुलारे, वासुदेव-देवकी नन्दन भगवान श्री कृष्ण के श्री चरणों में प्रणाम कर विनयपूर्वक प्रश्न क... और पढ़ेंदेवी और देवअप्रैल 2006व्यूस: 6172
शक्ति सिद्धि का अभीष्ट काल नवरात्र फ्यूचर समाचारनवरात्र का अवतार ऋतुओं की संध्या का काल होता है। इस समय महाशक्ति के उस वेग की धारा जो सृष्टि के उदभव और लय का कारण है, अधिक तीव्र होती है। योग में प्रवृत लोगों को इसका अनुभव होता है। क्योकिं इस काल में इडा और पिंगला में वायु की गत... और पढ़ेंदेवी और देवअप्रैल 2006व्यूस: 9753
अंक फलित के त्रिकोण प्रेम बुद्धि एवं धन फ्यूचर समाचारअंक ज्योतिष में अंकों को तीन श्रेणी में बांटा गया है। २, ४ , ८ शुभ श्रेणी में आते है, ३, ५, ७ अशुभ श्रेणी में जबकि ६ एवं ९ सम प्रभाव वाले होते है। इनकी दोस्ती दोनों प्रकार अर्थात शुभ व् अशुभ दोनों ही अंकों से होती है, पर ये खासकर ... और पढ़ेंअंक ज्योतिषअप्रैल 2006व्यूस: 8166
मूलांक से जानी भाग्योद्य का समय कुमार गणेशमोटे तौर पर भाग्योदय का संबंध आजीविका से है। यह प्रश्न वह भी करता है, जो करोडपति है और वह भी जो निर्धन है, नौकरी नहीं लगी है तो कब लगेगी। लग चुकी है तो पदोन्नति कब होगी वांछित स्थानांतरण कब होगा, व्यवसाय कब आरम्भ हो सकेगा, व्यवसाय... और पढ़ेंअंक ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2006व्यूस: 116015
अंक ज्योतिष का महत्वपूर्ण पहलू स्तूप फ्यूचर समाचारअंक ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण पद्वति है। स्तूप पद्वति जिसे कम लोग ही जानते है। इस पद्वति में प्रचलित नाम से स्तूपांक ज्ञात किया जाता है। स्तूपांक ही व्यक्ति के जीवन के इर्द-गिर्द घूमता है। जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं में इस अंक का य... और पढ़ेंअंक ज्योतिषअप्रैल 2006व्यूस: 7779
मूलांक, रोग ओर उपाय फ्यूचर समाचारमूलांक व्यक्ति के जीवन को बहुत प्रभावित करते है। आइए, जाने की विभिन्न मूलांक वालों को किन रोगो का आक्रमण हो सकते है। उनसे बचाव के क्या उपाय है। मूलांक १ वाले व्यक्तियों को ह्रदयघात, ह्रदय रोग, सिरदर्द, संबंधी रोग, नेत्र रोग, बुढाप... और पढ़ेंउपायअप्रैल 2006व्यूस: 10026
अंक विद्या द्वारा जन्मकुंडली का विश्लेषण फ्यूचर समाचारजन्मकुंडली की तरह ही १ से ९ तक के सभी अंकों का ब्रह्माण्ड के सभी ९ ग्रहों से संबंध होता है और हर अंक का अपना एक अधिपति ग्रह होता है। कुंडली के १२ भावों पर अंकों और ग्रहों के पडने वाले प्रभावों का विश्लेषण कर किसी व्यक्ति के बारे म... और पढ़ेंअंक ज्योतिषअप्रैल 2006व्यूस: 12200
लोशु चक्र चलाता है आपका जीवन चक्र विनय सिंघललगभग ४००० वर्ष पहले चीन के राजा हसिया वू नदी के किनारे विचारमग्न अवथा में उस बाढ को रोकने की विधि खोज रहा था जो बार-बार अपने प्रकोप से जनता को कष्ट देती थी। एक बार राजा हसिया को उस नदी में एक कछुए का कवच मिला जिसके ऊपर कुछ सफेद और... और पढ़ेंअंक ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकसफलताअप्रैल 2006व्यूस: 8979
ऋण से मुक्ति कैसे पाएं फ्यूचर समाचारइस संसार में प्रत्येक मनुष्य ऋण अनुबंधन में बंधा हुआ है। तथा विभिन्न प्रकार से ऋण चुकाता भी है। और वसूलता भी है। विभिन्न संबंधी जैसे माता-पिटा, भाई-बहन, पति-पत्नी, पुत्र-पुत्री दामाद, बहु तथा इनसे बनने वाले अनेक रिश्ते ऋणअनुबंधन क... और पढ़ेंउपायअप्रैल 2006व्यूस: 16580
विज्ञान से अधिक जानता है ज्योतिष विज्ञान फ्यूचर समाचारचंद्रमा पर मानव के चरण पड़ चुके है। किन्तु अभी उसे यह जानने में बहुत समय लगेगा की विश्व का वातावरण बनाने में चंद्र की क्या भूमिका है। सौर और चंद्र वातावरण के संपर्क-संघर्ष से कौन सी शक्ति उत्पन्न होती है, जो हम पृथ्वीवासियों के लिए... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंअप्रैल 2006व्यूस: 6912
कुंडली मिलान : सफल गृहस्थ जीवन की कुंजी फ्यूचर समाचारअष्टकूट सूत्र मने वर-वधू के आपसी गुणधर्मों को आठ भागों में बांटा गया है। यह आठ गुण जन्म राशि एवं नक्षत्र पर आधारित है। वर-वधू की कुंडली में जन्म समय चंद्र जिस राशि एवं नक्षत्र में रहता है उन्हें व्यक्ति की व्यक्तिगत राशि एवं नक्षत... और पढ़ेंउपायअप्रैल 2006व्यूस: 28675