शुभ योग, जैसे पंच महापुरुष, गजकेसरी, वसुमती आदि हों, तो कालसर्प योग उन्हें अर्द्धफलित करने की कोशिश करता है। यदि शुभ योग कमजोर हों तो उन्हें निष्फल भी करता है। यदि कोई शुभ योग नहीं हो और काल सर्प योग हो तो यह ज्यादा भयंकर हो जाता ... और पढ़ें
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