सुजोक: एक चमत्कारिक चिकित्सा पद्धति

विश्व में प्रचलित विभिन्न वैकल्पिक चिकित्सा-पद्धतियों में ‘सुजोक’ चिकित्सा पद्धति का नाम अब अनजाना नहीं रह गया है। महर्षि वशिष्ठ द्वारा प्रतिपादित ‘वशिष्ठ-विद्या’ को ही बाद में चिकित्सा वैज्ञानिकों ने एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति क... और पढ़ें

उपायसुख

फ़रवरी 2012

व्यूस: 11042

षट्कर्मों की विधि,आधार एवम् वास्तविकता

शांति, वश्य, स्तंभन, उच्चाटन, मारण व विद्वेषण इन छठ कर्मों को षट्कम कहा गया है परंतु कुछ मंत्र विशारद इसमें दस कर्मों का निरूपण करते हैं। इस आलेख में इनके संपादन की विधि, आधार और प्रभाव पर प्रकाश डालने का प्रयास किया गया है।... और पढ़ें

अन्य पराविद्याएंउपायआकर्षणशत्रुसुखसंपत्ति

आगस्त 2010

व्यूस: 31604

समृद्धि के निश्चित सूत्र

धन के बारे में आपकी मान्यताएं और आदर्श, धन कमाने संबंधी आपकी कल्पित सीमाएं, भीतर छिपा नकारात्मक ‘माइंड सेट’ (मनोवृति) आपकी समृद्धि में बाधक है।... और पढ़ें

उपायअध्यात्म, धर्म आदिसुखविविध

जनवरी 2012

व्यूस: 1817

दीपावली पूजनः आवश्यक निर्देश!

दीपावली पूजनः आवश्यक निर्देश!

भगवान सहाय श्रीवास्तव

गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां खरीदते समय यह अवश्य देखें कि गणेश जी की सूंढ़ गणेश जी की दायीं भुजा की ओर ही मुड़ी हो। खंडित या अशोभित मूर्तियां न खरीदें।... और पढ़ें

अध्यात्म, धर्म आदिपर्व/व्रतसुख

नवेम्बर 2010

व्यूस: 2158

अद्भुत चमत्कारी है - श्रीयंत्र

हमारे शास्त्रों में अनेक प्रकार के यंत्रों का उल्लेख है जैसे मंगल यंत्र, विजय यंत्र, चैंतीस यंत्र आदि। परंतु संपूर्ण यंत्र विज्ञान एवं शास्त्र में केवल ‘श्री’ यंत्र को ही सर्वोपरि एवं महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।... और पढ़ें

अन्य पराविद्याएंअध्यात्म, धर्म आदिसुखविविध

नवेम्बर 2010

व्यूस: 5169

श्रीविद्या और श्रीयंत्र: दर्शन व महात्म्य !

श्री विद्या के यंत्र को ‘श्रीयंत्र’ कहते हैं। इसमें जो ‘श्री’ शब्द आया है वह श्री विद्या का ही वाचक है और ‘यंत्र’ शब्द श्री विद्या के यंत्र स्वरूप का वाचक है।... और पढ़ें

देवी और देवअध्यात्म, धर्म आदियशसुखविविध

नवेम्बर 2010

व्यूस: 4056

श्रीयंत्र: भोग व मोक्ष की कुंजी

श्री यंत्र को यंत्रों का राजा कहा जाता है। सिद्ध श्री यंत्र की गुरु दीक्षा से प्राप्त मंत्र द्वारा शुभ मुहूर्त में विधिवत् उपासना से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष चतुर्विध पुरुषार्थों की प्राप्ति होती है।... और पढ़ें

देवी और देवअन्य पराविद्याएंउपायअध्यात्म, धर्म आदिसुखविविधसंपत्ति

नवेम्बर 2010

व्यूस: 6033

लक्ष्मी चंचला क्यों?

लक्ष्मी चंचला है यह एक ध्रुव सत्य है। धन की देवी लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी होतु हुए भी चंचल है। भगवान विष्णु जो कि गंभीर व धैर्यवान हैं, जिनका स्वरूप शाश्वत व चिर स्थाई है वहीं उनकी पत्नी लक्ष्मी चंचला हंै... और पढ़ें

देवी और देवअध्यात्म, धर्म आदिपर्व/व्रतसुखसंपत्ति

नवेम्बर 2010

व्यूस: 7506

दीपावली की शुभकामनाएं

दीपावली के दिन लक्ष्मी जी की पूजा –अर्चना करने का महत्व अनेक गुणा बढ़ जाता है. भगवती महालक्ष्मी- चल, अचल सम्पूर्ण सम्पतियों एवं अष्ट-सिद्धि, नव-निधियों की अधिष्ठात्री साक्षात नारायणी है. अग्रपूज्य देव श्री गणेश ऋद्धि – सिद्धि, बुद्... और पढ़ें

देवी और देवपर्व/व्रतसुखसंपत्ति

अकतूबर 2009

व्यूस: 6384

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