कामनापूर्ति में मालाओं का उपयोग रमेश शास्त्रीयह माला मोती रत्नों से निर्मित होती है। इस माला का उपयोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं के निदान के लिए किया जाता है। चंद्र ग्रह की शांति के लिए इस माला पर किया गया जप कई गुणा शुभ फलदायक होता है।... और पढ़ेंउपायसुखजून 2010व्यूस: 9461
लाल किताब के उपायों के प्रकार फ्यूचर पाॅइन्टज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के उपायों की जब भी बात होती है तो ‘लाल किताब’ का नाम सबसे पहले आता है। लेकिन एक प्रश्न आम तौर पर किया जाता है कि किस उपाय से कोई फायदा हो सकता है? रात के अंधेरे से बचने के लिए हर कोई एक उपाय करता ... और पढ़ेंज्योतिषउपायलाल किताबभविष्यवाणी तकनीकसितम्बर 2015व्यूस: 19790
ज्योतिष में रत्नों का महत्व अमित कुमार रामनवरत्नों का ज्योतिष के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है। सभी रत्नों में अपूर्व दैवी शक्ति निहित है। रत्नों का हम पर जो प्रभाव पड़ता है वह ग्रहों के रंगों और अनेक प्रकार की किरणों की उत्सर्जन क्षमता के कारण है। विद्वानों ने प्रयो... और पढ़ेंज्योतिषउपायरत्नराशिमई 2014व्यूस: 10199
कुछ उपयोगी टोटक संत बाबा फतह सिंहगड़े धन का पता कैसे करें? - निरंतर आपके मन में यह संदेह रहता है कि हमारे पूर्वजों का गड़ा धन हमारे ही घर में है परंतु हमें ज्ञात नहीं है। गर्मियों के दिनों में जहां पर आपको संदेह है वहां पर पिसे हुए नमक की परत बिछायें। कु... और पढ़ेंउपायटोटकेमई 2013व्यूस: 9833
रत्नों का संसार: सम्मानप्रदायक रत्नराज पुखराज रत्ना दीक्षितपुल्परागः पीतमणिः गुरुरत्नम् गुरुप्रियम्। याकूतमस्करं पुष्पराजो टायेस नामकः।। पुखराज जवाहरतों में सबसे अधिक लोकप्रिय है। पुखराज को संस्कृत में पुष्पराग, पीतमणि, गुरु रत्न, गुरुप्रिय पुष्पराज कहते हैं। अंग्रेजी में इसे टोपा... और पढ़ेंज्योतिषउपायरत्नअकतूबर 2004व्यूस: 9767
कालसर्प योग भी ग्रहण योग है महेश चंद्र भट्टजिस प्रकार पृथ्वी पर सूर्य चंद्र ग्रहण का दीर्घकालीन प्रभाव सभी चल अचल पर समान रूप से होता है उसी प्रकार से जन्मकुंडली में ग्रह दोष होने पर उसका भला बुरा प्रभाव जातक पर होता ही है। हमारे पूर्वाचार्यों ने कालसर्प शांति का क्या विधा... और पढ़ेंज्योतिषउपायज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकमई 2011व्यूस: 10334
चैरासी रत्न एवं उनका प्रभाव फ्यूचर पाॅइन्टपृथ्वी में रत्नों का भंडार भरा हुआ है। समुद्र मंथन के समय कई प्रकार के रत्न निकले थे लेकिन सभी को उनकी जानकारी नहीं होती। प्रस्तुत आलेख में नौ रत्नों एवं 75 उपरत्नों की विस्तृत जानकारी दी जा रही है...... और पढ़ेंज्योतिषउपायटैरोरत्नफ़रवरी 2015व्यूस: 12683
वास्तु प्राप्ति योग जयप्रकाश शर्मा (लाल धागे वाले)जन्मपत्री में कौन से योग बनने पर व्यक्ति भूमि या भवन प्राप्त कर सकता है और इस प्रकार की प्राप्तियों से उसे वास्तव में कोई लाभ होगा या नहीं, जानने के लिए पढिए यह लेख।... और पढ़ेंज्योतिषउपायभवनभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2011व्यूस: 11550
कुण्डली व संतान संख्या किशोर घिल्डियालकुंडली को देखकर संतान संख्या बता पाना मुश्किल अवश्य प्रतीत होता है परंतु असंभव नहीं, परंतु यहां यह भी ध्यान रखना होता है जो जातक विशेष आपके सम्मुख है वह आपको संतान संबंधी विषय में सही जानकारी प्रदान करे, कई बार जातक ... और पढ़ेंज्योतिषउपायबाल-बच्चेभविष्यवाणी तकनीकसितम्बर 2014व्यूस: 12112
स्वप्नों का शास्त्रीय एवं वैज्ञानिक स्वरूप मनोहर शर्मा पुलस्त्ययजुर्वेद में भी 34/4 में ''येन यज्ञास्तायते सप्तहोता'' के रूप में वर्णन करते हुए कहा गया है कि पांच ज्ञानेन्द्रियां, मन और बुद्धि इन सात होताओं के द्वारा ही शरीर रूपी यज्ञशाला में ज्ञान प्राप्ति का यज्ञ चलता रहता है। हम जो अच्छे-ब... और पढ़ेंउपायसपनेविविधजनवरी 2011व्यूस: 10749
ग्रह शांति के विशिष्ट उपाय अशोक सहजानंदपृथ्वी का पुत्र मानव न केवल पार्थिव वस्तुओं का ही आदर करता रहा है, अपितु आकाशीय परिसर में विराजमान नक्षत्रों और ग्रहों के प्रति भी उसकी कृतज्ञता उतनी ही बलवती रही है।... और पढ़ेंज्योतिषउपायग्रहसितम्बर 2010व्यूस: 10959
यंत्रों के लाॅकेटों की उपयोग विधि रमेश शास्त्रीज्योतिष शास्त्र के अनुसार भौतिक जीवन में आनंद, उमंग और उत्साह होना अत्यंत आवश्यक है। परंतु चिंताओं से ग्रसित लोगों को हमेशा खुशियों से वंचित पाया गया है और अनेक चिंताएं मनुष्यों को घेरती जा रही हैं,... और पढ़ेंउपायमंत्रयंत्रमार्च 2010व्यूस: 17897