नवग्र्रहों की शांति के सटीक उपाय शुभेष शर्मनसौर मंडल के ग्रहों का सभी प्राणियों पर राशि चक्र के अनुसार अच्छा बुरा प्रभाव निरंतर पड़ता रहता है। जन्म लग्न, दया, महादशा, अंतर्दशा तथा प्रत्यंतरों का प्रभाव अवश्य फल दिखाता है। नाम राशि के अनुसार भी गोचर के ग्रह अपना प्रभाव देवन्द... और पढ़ेंज्योतिषउपायग्रहअकतूबर 2010व्यूस: 10322
संतानहीनता: कारण और निवारण राजेंद्र कुमार शर्मासंतान का सुख मनुष्य के जीवन का सबसे बड़ा सुख है। शास्त्रानुसार पुत्र-संतान के बिना दंपत्ति की सद्गति नहीं होती। विवाह का एक प्रमुख उद्देश्य संतान प्राप्ति भी है। संतान ही वंश को आगे बढ़ाती है तथा सामाजिक व सांस्कृतिक चक्र को निर... और पढ़ेंज्योतिषउपायबाल-बच्चेभविष्यवाणी तकनीकसितम्बर 2014व्यूस: 15611
कालसर्प योग प्रारूप, प्रभाव व निराकरण सुल्तान फैज ‘टिपू’कुंडली में कालसर्प दोष सर्वथा जीवन में एक नकारात्मकता का द्योतक है। झगड़े, विवाद, शारीरिक पीड़ा, पुराने खंडहरों आदि के गिरने, मृत्यु की आशंका तथा पूर्व पूर्वजों को देखना इस स्थिति को स्पष्ट करते हैं। इस दोष के निवारण हेतु कुछ उपायों... और पढ़ेंज्योतिषउपायज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकमई 2011व्यूस: 11005
कुछ उपयोगी टोटके संत बाबा फतह सिंहछोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है।... और पढ़ेंज्योतिषउपायटोटकेदिसम्बर 2015व्यूस: 10571
ज्योतिष में विद्या प्राप्ति व उच्च शिक्षा के योग महेश मोहन झाकिसी जातक की कुंडली के चतुर्थ स्थान से विद्या का और पंचम से बुद्धि का विचार किया जाता है। विद्या और बुद्धि में घनिष्ठ संबंध है। दशम भाव से विद्या जनित यश का विचार किया जाता है।... और पढ़ेंज्योतिषउपायज्योतिषीय योगशिक्षाफ़रवरी 2010व्यूस: 13279
लाल किताब आधारित दोष एवं उपाय फ्यूचर पाॅइन्टलाल किताब में विभिन्न ग्रहों व राशियों की स्थितियों के अनुसार शरीर व आत्मा को मिलने वाले कष्टों को विभिन्न उपायों से दूर करने की विधि भी दी गई है। लाल किताब में वर्णित, पूर्व जन्मानुसार जातक के ऊपर विभिन्न ऋण व उनके उप... और पढ़ेंज्योतिषउपायलाल किताबटोटकेमई 2013व्यूस: 13308
शनिवार व्रत ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’आध्यात्मिक ज्योतिष में शनि को पूर्वजन्म के संचित कर्मों का अधिष्ठाता बताया गया है। शनि को साढ़ेसाती, ढैय्या अथवा शनि की महादशा से पीड़ित जातकों को शनिवार व्रत हितकारी होता है। प्रस्तुत है शनिवार व्रत कथा एवं पूजन की संपूर्ण जानकारी।... और पढ़ेंउपायपर्व/व्रतजून 2010व्यूस: 12212
कर्म और भाग्य आभा बंसलप्रकृति ने मनुष्य को एक अनोखा गुण दिया है- विचार. इसी के कारण मनुष्य अन्य जीव-जंतुओं से भिन्न है. और इसी कारण उसे हमेशा यह जानने की उत्कंठा रही है. की वह कौन है. अंतरिक्ष क्या है. समय क्या है. पदार्थ क्या है.... और पढ़ेंज्योतिषमई 2004व्यूस: 3986
पुनर्जन्म व श्राद्ध कर्म आभा बंसलप्रत्येक प्राणी, चाहे वह इंसान हो, पशु – पक्षी होई या किट, दो तत्वों से मिलकर बना होता है.- एक तो शरीर जो हमें दिखाई देता है, और दूसरा उसमें आत्मा का वास होता है. आज के युग में मेडिकल विज्ञान ने कितनी ही तरक्की क्यों न कर ली हो पर... और पढ़ेंज्योतिषसितम्बर 2011व्यूस: 14916
पुनर्जन्म : एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण डॉ. अरुण बंसलपुनर्जन्म के सिद्धांत का प्रतिपादन जीवन के स्वरूप को आम मनुष्य को समझाने के लिए ही किया गया है। आत्मा तो अमर है और सर्वव्यापक है। जो अमर है उसका पुनर्जन्म हो ही नहीं सकता।... और पढ़ेंज्योतिषअध्यात्म, धर्म आदिज्योतिषीय योगविविधसितम्बर 2007व्यूस: 10189
घुटने का दर्द वेद प्रकाश गर्गघुटने का दर्द पुरुष या स्त्री को अलग-अलग उम्र में कई कारणों से घुटने का दर्द पुरुष या स्त्री को अलग-अलग उम्र में कई कारणों से घुटने का दर्द पुरुष या स्त्री को अलग-अलग उम्र में कई कारणों से होता है। इसकी खास वजह खान-पान में कमी तथ... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधजुलाई 2006व्यूस: 6657
मूली अविनाश सिंहमूली, गाजर की तरह, पौधे की जड़ के रूप में पैदा होती है। इसके पौधे में न कोई तना होता है और न कोई शाखा होती है। इसका स्वाद चरचरापन लिए रहता है। मूली की कई किस्में होती हैं।... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधसितम्बर 2010व्यूस: 6123