मोटापा: राशि और उपाय संजय बुद्धिराजामेष यह अग्नि तत्व राशि है और इसका स्वामी मंगल ग्रह है। ऐसे जातक गर्म और मसालेदार खाना पसंद करते हैं। मांसाहारी खाना अधिक खाते हैं। आयुर्वेद अनुसार इनमें पित्त अधिक रहता है। मोटापे से राहत के लिये इन्हें तरल पदार्थ अधिक पीना... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणग्रहभविष्यवाणी तकनीकराशिमई 2017व्यूस: 3767
अदरक वेद प्रकाश गर्गमहक वाले तीखे तथा चिरमिरे अदरक को हिंदुस्तान ही नहीं एशिया के भी सभी लोग जानते होंगे। यह अदरक हल्दी, मूली आदि की तरह जमीन के नीचे उपजता है। इसका गूदा सफेद, पीला या फिर लाल रंग का होता है।... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधअकतूबर 2006व्यूस: 3613
खाने में किसके साथ क्या खाएं क्या न खाएं अविनाश सिंहअक्सर संतुलित आहार की बात होती है लेकिन इसके अतिरिक्त यह जानना भी आवश्यक है कि किस चीज को किसके साथ खाएं या किसको किसके साथ न खाएं। हम खाने में एक साथ कई चीजें खाना पसंद करते हैं। लेकिन एक ही समय कुछ चीजों को एक साथ खान... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यभविष्यवाणी तकनीकजनवरी 2015व्यूस: 34533
राशि के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने से आयु-आरोग्य तथा धन, यश की प्राप्ति रमेश शास्त्रीएक मुखी रुद्राक्ष: इस रुद्राक्ष को कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है यह साक्षात् भगवान शिव का स्वरूप माना गया है। इसे धारण करने से यश, मान, प्रतिष्ठा, धन, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यउपाययशरूद्राक्षसंपत्तिराशिमई 2010व्यूस: 39952
हिस्टीरिया अविनाश सिंह‘हिस्टीरिया' रोग एक मनोरोग है। इस रोग का मूल कारण होता है रोगी किसी अतृप्त इच्छा को अपने अंतर्मन में दबाए रखता है। आइए, इस रोग के लक्षण व विभिन्न लग्नों में ज्योतिषीय कारणों का पता लगाएं।... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यउपायराशिअप्रैल 2010व्यूस: 38385
टाॅन्सिलाइटिस अविनाश सिंहटाॅन्सिलाइटिस एक बाल रोग है, जो बच्चों को बचपन में ही अपने शिकंजे में जकड़ लेता है। इसका मुख्य कारण गलत खान-पान होता है। अगर बड़े होने पर भी खान-पान गलत रहे, तो बड़े होकर भी यह रोग हो सकता है। जो बालक बचपन में अपने खान-पान का... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2017व्यूस: 2259
दक्षिण पूर्व तरणताल महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये हानिकारक होता है गोपाल शर्मादक्षिण-पूर्व में स्वीमिंग पूल (तरणताल) बना था जो एक गंभीर वास्तु दोष है। घर की महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है तथा लड़ाई झगडों, यहां तक कि मुकदमेबाजी तक होने की नौबत आ जाती है।... और पढ़ेंस्वास्थ्यवास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंनवेम्बर 2010व्यूस: 3272
गुर्दों के रोग वेद प्रकाश गर्गगुर्दे शरीर के अन्य अंगों की तरह ही संवेदनशील होते हैं। इनके बिगड़ जाने से संपूर्ण शारीरिक संरचना प्रभावित होती है। इसलिए इनका खास ध्यान रखे जाने की जरूरत होती है। कई छोटी-छोटी बातों को अपनाकर गुर्दों के रोग से बचाव किया जा सकता... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायविविधदिसम्बर 2006व्यूस: 3522
नवग्रहों से रोग ज्ञान फ्यूचर पाॅइन्टरोग दो तरह के होते हैं-दोषज एवं कर्मज। जिन रोगों का उपचार दवाओं से हो जाता हो, उन्हें दोषज तथा जिनका उपचार दवाओं से नहीं हो उन्हें कर्मज कहते हैं। कर्मज रोग मनुष्य को पूर्व जन्म के बुरे कार्यों और पापी ग्रहों से पीड़ित होने क... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यविविधसितम्बर 2006व्यूस: 3278
रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति फ्यूचर पाॅइन्टयह सर्वविदित है कि रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो अनेक रोगों, कष्टों, बाधाओं आदि से रक्षा हो सकती है। यहां विभिन्न रत्नों और उनके प्रभावों का विश्लेषण प्रस्तुत है।... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यरत्नभविष्यवाणी तकनीकजून 2006व्यूस: 3076
नक्षत्र और रोग पारस राम वशिष्टज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योंकि ये मारकेश भाव होते हैं। इन भावों के सहायक रोग देने वाले भाव तृतीय, षष्ठ, अष्टम एवं द्वादश होते हैं। जिस समय मारकेश की महादशा होती है,... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकजून 2006व्यूस: 3454
मधुमेह: आहार और सावधानियां फ्यूचर पाॅइन्टमधुमेह जिसे हम शुगर और डायबिटीज के नाम से जानते हैं, यह रोग तेजी के साथ फैल रहा है और आज एक महामारी का रुप ले चुका है। इस रोग का मुख्य कारण गलत खान-पान की आदतें और जीवनशैली का संतुलित न होना है। अपनी जीवनशैली और खान-पान को... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधजून 2017व्यूस: 3934