अष्टम भाव का राजयोग आचार्य किशोरवर्तमान समय में हमारे भारत के प्रधानमंत्री के लग्न से अष्टम भाव में चंद्र, शुक्र व मंगल का होना यह सूचित करता है कि अष्टम भाव में स्थित ग्रहों का शुभ फल भी मिलता है। प्रधानमंत्री बनने से पहले मनमोहन सिंह जी रिजर्व बैंक में गर्वनर ... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगघरभविष्यवाणी तकनीकअकतूबर 2007व्यूस: 35114
विष योग अंजली गिरधरकिसी भी जन्म-पत्रिका का विश्लेषण करते समय चंद्रमा का अध्ययन अति आवश्यक है क्योंकि संसार में सबका पार पाया जा सकता है परन्तु मन का नहीं। संसार के सारे क्रिया-कलाप मन पर ही टिके हुये हैं तथा मन को तो एक सफल ज्योतिषी ही अच्... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकजुलाई 2014व्यूस: 30849
विषयोग का प्रभाव फ्यूचर पाॅइन्टजातक की जन्मपत्रिका में कई प्रकार के अनिष्ट योग देखने को मिलते हैं। जैसे कि कालसर्प योग, अंगारक योग, चांडालयोग, ग्रहणयोग, श्रयितयोग, विषयोग इत्यादि। यहां प्रसंग वश विषयोग का विश्लेषण प्रस्तुत है।... और पढ़ेंज्योतिषउपायज्योतिषीय योगनवेम्बर 2006व्यूस: 6095
राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल अंजना अग्रवालज्योतिष में राहु नैसर्गिक पापी ग्रह के रूप में जाना जाता है। राहु को Dragon's Head तथा North Node के नाम से भी जाना जाता है। राहु एक छाया ग्रह है। इनकी अपनी कोई राषि नहीं होती। अतः यह जिस राषि में होते हैं उसी राषि के ... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहजुलाई 2014व्यूस: 18284
मंगल ही कराता है पुलिस विभाग में नौकरी फ्यूचर पाॅइन्टसामान्यतः कहा जाता है कि रुचक योग में जन्म लेने वाला जातक साहसी, नेतृत्वकर्ता, यशस्वी, प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला, शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने वाला, उद्यमशील, लीक से हटकर चलने वाला और परिश्रमी होता है। वस्तुतः अन्य योगों की भांति... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहभविष्यवाणी तकनीकव्यवसायअप्रैल 2006व्यूस: 23735
श्रेष्ठतम ज्योतिषी बनने के ग्रह योग यशकरन शर्माकरियर परिचर्चा लेख शृंखला की इस कड़ी में ‘‘सफल भविष्यवक्ता बनने के गह योग’’ विषय पर चर्चा की जा रही है जिससे आप यह जान सकेंगे कि किस प्रकार के ग्रह योग जातक को श्रेष्ठ ज्योतिषीय सलाहकार बना सकते हैं। जो लोग ज्योतिष नहीं जानते... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाभविष्यवाणी तकनीककुंडली व्याख्याव्यवसायजून 2014व्यूस: 20386
शिक्षा एवं व्यवसाय राजेंद्र कुमार शर्मा''विद्या ददाति विनयम विनयाद्याति पात्रताम् पात्रत्वा धनमाप्नोति धनात् धर्मम् ततो सुखम्''... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहघरशिक्षाभविष्यवाणी तकनीककुंडली व्याख्याव्यवसायअकतूबर 2009व्यूस: 13960
विदेश यात्रा योग फ्यूचर पाॅइन्टकुछ समय पहले तक सात समुद्र पार करके जाने को म्लेच्छों के देशों में जाना, या सज़ा के तौर पर विदेश जाना कहा जाता था। लेकिन अब विदेश गमन को समृद्धिकारक माना जाता है और भारतवर्ष का हर तीसरा वासी विदेश जाना अपनी शान समझता है। वि... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहघरभविष्यवाणी तकनीककुंडली व्याख्याअप्रैल 2014व्यूस: 16209
विवाह तिथि का अचूक निर्धारण बी. पी. विश्वकर्माभारतीय ज्योतिष विद्या में किसी घटना के समय निर्धारण की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि गणनाकर्ता उलझ कर रह जाता है। पाराशरी, जैमिनी, कृष्णमूर्ति और सामुद्रिक पद्धतियों में काल निर्धारण की भिन्न-भिन्न तकनीकें प्रचलन में हैं। विवाह तिथि स... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगदशागोचरविवाहभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2007व्यूस: 21199
राहु केतु ग्रहण: काल सर्प योग दोष निवारण बसंत कुमार सोनीकाल सर्प योग दोष निवारण ३९ कुंडली के विविध भावानुसार बारह प्रकार के काल सर्प योग बनते हैं। इनकी समयानुसार शांति अवश्य कराई जानी चाहिए। ग्रहों के दोष शमनार्थ उपाय करने के पूर्व ज्योतिषीय परामर्श लेना नितांत आवश्यक रहता है।... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहभविष्यवाणी तकनीकमई 2011व्यूस: 17240
राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी की कुण्डलियों का तुलनात्मक विवेचन सीताराम सिंह2014 में होने वाले संसदीय चुनाव के संदर्भ में बी.जे.पी. की ओर से भी नरेन्द्र मोदी पहले ही प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में श्री राहुल गांधी के नाम के कयास लगाये जा... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहवशीकरणअप्रैल 2014व्यूस: 16527
लग्नानुसार कालसर्प योग का फलादेश महेश चंद्र भट्टकालसर्प योग प्रत्येक लग्न में अलग-अलग प्रकार का फल देता है। विभिन्न लग्नों में काल सर्प योग होने पर किस प्रकार के फल मिलते हैं उसका विवेचन लग्नानुसार इस लेख में दिया गया है।... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकमई 2011व्यूस: 20643