राजेंद्र शर्मा ‘राजेश्वर’
सर्वप्रथम राहु का उल्लेख सूर्य के प्रसंग में ऋग्वेद में प्राप्त होता है जिसका अर्थ अंधकार है। ऋग्वेद में
राहु उस दैत्य का नाम प्रतीत होता है जो सूर्य-चंद्र ग्रहण का कारण बनता है। इसे स्वर्भानु कहा गया
है, जो सूर्य के प्रकाश को... और पढ़ें
ज्योतिषग्रह