शनि दोष शांति उपाय अंकुर नागौरीमंगलवार को वानरों को गुड़ चना खिलाना/ हनुमान चालीसा शनि उपाय हेतु रामबाण औषधि है। हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा पढने से चमत्कारिक फल मिलता है... और पढ़ेंज्योतिषउपायग्रहनवेम्बर 2011व्यूस: 53725
ग्रह शांति की विधियां रुचि थापरप्रस्तुत लेख में ग्रहों की शांति के लिए कुछ सरल व अचूक उपाय प्रस्तुत है-जिनमें लाल किताब व ऋषि पाराशर प्रणीत ज्योतिष शास्त्र के उपाय सम्मिलित हैं।... और पढ़ेंज्योतिषउपायग्रहभविष्यवाणी तकनीकराशिसितम्बर 2010व्यूस: 54453
संग्रहणी पेट का गंभीर रोग अविनाश सिंहसंग्रहणी रोग में शरीर में वसा का भंडार कम हो जाता है। इसके कारण शरीर के सारे अंग सिकुड़कर छोटे हो जाते हैं। आइए जानें, विभिन्न लग्नों में संग्रहणी रोग का ज्योतिषीय विश्लेषण... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकराशिजून 2011व्यूस: 85275
सफलता की गारंटी ‘‘शुभ मुहूर्त’’ पाना मुश्किल नहीं है संजय बुद्धिराजामुहूर्त की गणना उन लोगों के लिए भी लाभदायक है जो अपना जन्म विवरण नहीं जानते। ऐसे लोग शुभ मुहूर्त की मदद से अपने प्रत्येक कार्य में सफल होते देखे गए हैं। दैनिक जीवन में शुभ कार्यों के लिए सरल शुभ मुहूर्त का विचार निम्न प्रकार से कि... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तपंचांगभविष्यवाणी तकनीकजून 2011व्यूस: 77308
कुंडली में कारक, अकारक और मारक ग्रह सीताराम सिंहग्रहों को नैसर्गिक ग्रह विचार रूप से शुभ और अशुभ श्रेणी में विभाजित किया गया है। बृहस्पति, शुक्र, पक्षबली चंद्रमा और शुभ प्रभावी बुध शुभ ग्रह माने गये हैं और शनि, मंगल, राहु व केतु अशुभ माने गये हैं। सूर्य ग्रहों का राजा है ... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणग्रहभविष्यवाणी तकनीकजनवरी 2015व्यूस: 112806
वैवाहिक जीवन व दोष एवं निवारण फ्यूचर पाॅइन्टविवाह में विलंब और वैवाहिक जीवन में क्लेश, तनाव, मानसिक पीड़ा और तलाक जैसी स्थिति किन योगों के कारण होती है। इन स्थितियों से बचाव के लिए किए जाने वाले उपायों का वर्णन।... और पढ़ेंज्योतिषउपायज्योतिषीय विश्लेषणज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्यामंत्रविवाहभविष्यवाणी तकनीकयंत्रमई 2010व्यूस: 97320
रक्त चाप अविनाश सिंहरक्त का संचार होने से जो दबाव रक्त कोशिकाओं पर पड़ता है वही रक्त चाप कहलाता है। रक्त शरीर के पोषक घटकों को सूक्ष्म कोषों तक पहुंचाता है। किंतु रक्त को वहन करने में हृदय और रक्तवाही संस्थान मुख्य भूमिका निभाते हैं। इन दोनों क... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यविविधभविष्यवाणी तकनीकजुलाई 2016व्यूस: 5074
काली मिर्च फ्यूचर पाॅइन्टसाबुत काली मिर्च आदि काल से ही भारत में उगाई जाती रही है और एक कीमती वस्तु के रूप में इसका इस्तेमाल होता रहा है। इसका केवल भोजन में मसाले के रूप में ही नहीं, अपितु इसे व्यापार में पैसे के स्थान पर इस्तेमाल किया जाता रहा है।... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधसितम्बर 2006व्यूस: 5157
हृदय रोग के ज्योतिषीय कारण और निवारण राजेंद्र शर्मा ‘राजेश्वर’हृदय मनुष्य के शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। संपूर्ण शरीर में रक्त संचरण का दायित्व भी हृदय का है। हृदय शुद्ध एवं स्वच्छ रक्त से स्वस्थ रहता है। हृदय कष्ट में हो तो दर्द होता है। हृदय क्षमता से अधिक कार्य कर सकता है। हृदय क... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यउपायज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकजुलाई 2017व्यूस: 5234
हृदय रोग से संबंधित ज्योतिषीय योग जय इंदर मलिक- यदि षष्ठेश केतु के साथ हो तथा बृहस्पति, सूर्य, बुध व शुक्र अष्टम भाव में, चतुर्थ भाव में केतु हो तो हृदय रोग होता है। - चतुर्थ व पंचम भाव में पाप ग्रह हो या पाप प्रभाव हो। - पंचमेश तथा द्वादशेश एक साथ त्रिक भाव (6-8-12 भा... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय योगजुलाई 2017व्यूस: 4519
मोटापा दोषी कौन वीरेन्द्र अग्रवालप्रकृति का नियम संतुलन का नियम है। प्रकृति उसी के अनुरूप हमें सुडौल व स्वस्थ शरीर प्रदान करती है। जब हम अपनी आदतों द्वारा शरीर से अधिक छेड़छाड़ करते हैं तो शरीर बेडौल व भद्दा हो जाता है जिसे मोटापा कहते हैं। मोटापा के लिए न... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधमई 2017व्यूस: 4841
हृदय रोग से संबंधित योग एवं कुंडलियां आर. के. शर्मा‘‘साधवो हृदयं मह्यं साधूनां हृदयं त्वहम्। मदन्यते न जानन्ति नाहं तेन्यो मनागपि।।’’ ‘‘सज्जन मेरा हृदय हैं, मैं उनका हृदय हूं। वह मेरे सिवाय किसी को नहीं जानते और मैं उनके सिवाय किसी को नहीं जानता।। ‘‘श्रीमद्भागवत् - 9ः4/68 ... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणग्रहभविष्यवाणी तकनीकजुलाई 2017व्यूस: 4832