लोकसभा चुनाव 2014 डॉ. अरुण बंसलशनि को राजनीति का कारक एवं गुरु को सत्ता, नीति और महत्वाकांक्षाओं के प्रदर्षन से जोड़ा जाता है। इन महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति हेतु शनि और गुरु दोनों का अपना महत्व है। शनि मानवता एवं न्याय व्यवस्था का प्रतीक है। अभी शनि उच्च राषिस्थ ... moreज्योतिषघटनाएँरत्नअप्रैल 2014Views: 31958
मकर संक्रांति का महत्व और सूर्योपासना वागाराम परिहारमकर संक्रांति के दिन पूर्वजों को तर्पण और तीर्थ स्नान का अपना विशेष महत्व हैं। इससे देव और पितृ सभी संतुष्ट होते हैं। सूर्य पूजा से और दान से सूर्य देव की रश्मियों का शुभ प्रभाव मिलता हैं।... moreघटनाएँदेवी और देवपर्व/व्रतजनवरी 2013Views: 11239
अक्षय तृतीया एवं आपकी राशि भारती आनंदअक्षय तृतीया का दिन एक सर्वमान्य शुभ दिन है। इस दिन किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए किसी विशेष समय या मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती। आज के दिन किसी भी व्यापार, उद्योग, नौकरी या पेशे को आरम्भ कर सकते हैं। अक्षय तृतीया... moreज्योतिषघटनाएँउपायपर्व/व्रतराशिमई 2014Views: 8859
पर्व निर्णय फ्यूचर पाॅइन्टपर मुख्य पर्व जैसे- जन्माष्टमी, शिवरात्री, दीपावली, दशहरा, होली, रक्षा बंधन, भैया दूज, धन तेरस एवं अन्य पर्वों के तिथि निर्णय हेतु क्या शास्त्रीय नियम व आधार हैं?... moreघटनाएँपर्व/व्रतआकाशीय गणितनवेम्बर 2009Views: 8369
वट सावित्री व्रत फ्यूचर पाॅइन्टभारतीय संस्कृति में वट सावित्री एक ऐसा दिव्य व्रत है, जिसको संपन्न करके एक भारतीय नारी ने यमराज पर भी विजय प्राप्त कर संपूर्ण नारी जाति को गौरवान्वित किया है। यह व्रत, स्कंद और भविष्योत्तर के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा को ... moreघटनाएँदेवी और देवउपायअध्यात्म, धर्म आदिपर्व/व्रतमई 2014Views: 8118
प्यार की खातिर आभा बंसल4 फरवरी का दिन था। सब जगह वसंत का खूबसूरत नजारा था और हजारों युवा जोड़े वैलेन्टाइन डे के अवसर पर अपने-अपने वैलेन्टाइन के साथ मस्त थे और इन सबके बीच शाइना अपने वैलेन्टाइन देवांशु का इंतजार कर रही थी।... moreज्योतिषघटनाएँज्योतिषीय योगवशीकरणअप्रैल 2014Views: 7826
चांद ने डुबोया टाइटेनिक को यशकरन शर्मा10 अप्रैल 1912 को दुनिया का सबसे बड़ा जहाज ‘‘द टाइटेनिक’’ साउथेम्पटन इंग्लैंड से न्यूयार्क शहर की ओर चल पड़ा। इसके बारे में ऐसा माना जाता था कि यह अब तक का सर्वाधिक सुरक्षित और विशालकाय जहाज था। यह इतना विशाल था कि इसके बारे में ऐसा... moreज्योतिषघटनाएँज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकजून 2013Views: 7385
क्यों? फ्यूचर पाॅइन्टप्रश्न: मंत्र के प्रारंभ में ‘हरि ओऽम’ क्यों? उत्तर: वेद पाठ के प्रारंभ में मंत्रोच्चारण से पूर्व ‘हरि ओऽम’ का उच्चारण करना वैदिक परंपरा है। वेद के अशुद्ध उच्चारण में ‘महापातक’ नामक दोष लगता है। इस संभावित दोष की निवृत्ति हेतु आदि... moreघटनाएँदेवी और देवरमल शास्त्रमार्च 2014Views: 7299
तलाक क्यों? बालकिशन भारद्वाजरागुआज लगभग प्रत्येक इंसान अपने पुत्र व पुत्री के विवाह में लाखों, करोड़ों रुपये खर्च कर देते हैं, उसके बावजूद भी विवाह के कुछ माह के उपरांत शादीशुदा जोड़ा कोर्ट में होता है तलाक की अर्जी लिए। आखिर क्या वजह है कि इतनी संपन्नता के वि... moreज्योतिषघटनाएँज्योतिषीय योगविवाहग्रहमार्च 2014Views: 6674
अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ की दिल्ली शाखा का दीक्षांत समारोह फ्यूचर पाॅइन्टगत 16 जनवरी 2005 को अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ की दिल्ली शाखा का दीक्षांत समारोह विश्व युवक केंद्र, नयी दिल्ली में संपन्न हुआ। इस समारोह की अध्यक्षता श्री शुकदेव चतुर्वेदी जी एवं डाॅ. जय प्रकाश शर्मा जी लाल धागे वाले ने की एवं... moreघटनाएँजनवरी 2005Views: 6426