काॅमन वेल्थ गेम्स - 2010 शरद त्रिपाठीआज इस वर्ष भारत में अक्तूबर माह में चमत्कृत, विस्मित, पुलकित और उल्लासित कर देने वाले पावन पर्व की घड़ी आ गई। देश में अब तक आयोजित खेलों के महाकुंभ (राष्ट्रमंडल खेलों) के श्री गणेश में चंद रोज शेष हैं।... moreज्योतिषघटनाएँभविष्यवाणी तकनीककुंडली व्याख्याअकतूबर 2010Views: 6897
संतान का मोह आभा बंसलसंतान सुख मनुष्य की सबसे बड़ी कामना होती है। संतान के प्रति उसका मोह उससे सब कुछ करा लेता है, पर जब उसके इस सुख में बाधा आती है, तो उसके दुख की सीमा नहीं रह जाती।... moreज्योतिषघटनाएँज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकज्योतिषीय विश्लेषणजनवरी 2010Views: 8042
अखिल भारतीय वेदांत गोष्ठी प्रमोदराय आचार्यअखिल भारतीय वेदांत गोष्ठी, दिनांक 29.02.04 को, भीलवाड़ा में आयोजित हुई। इस गोष्ठी के आयोजक पं. प्रमोदराय आचार्य (ज्योतिषी) एवं सह आयोजक पं. हेमंत कुमार आचार्य थे। इस वेदांत गोष्ठी का उद्घाटन राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के न्याय... moreज्योतिषघटनाएँअप्रैल 2004Views: 7613
भारत और विश्व आज और कल आचार्य किशोरवर्तमान समय में पूरा संसार किसी न किसी रूप में कुछ न कुछ संकट से गुजर रहा है। कुछ समय पहले शनि एवं मंगल अग्नि तत्व राशि में आने के परिणाम स्वरूप उत्पात मचाते रहे।... moreज्योतिषघटनाएँज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकमेदनीय ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणसितम्बर 2010Views: 9467
मकर संक्रांति : सूर्य साधना फ्यूचर समाचारसूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो सूर्य के इस संक्रमण को मकर संक्रांति कहा जाता है। वेदों में सूर्य उपासना को सर्वोपरि बताया गया है। शास्त्रों की मान्यता है कि कलियुग में सूर्य भगवान का पूजन, अर्चन, आराधना, उपासना शीघ्र फलद... moreघटनाएँजनवरी 2012Views: 13964
फलादेश - वर्ष 2012 फ्यूचर समाचारवर्ष 2012 में शनि अपने उच्च की राशि तुला में रहेंगे व 7 फरवरी से 25 जून तक वक्री रहेंगे। 16 मई 2012 को तुला से कन्या में वापिस आएंगे व 4 अगस्त 2012 को पुनः तुला में प्रवेश करेंगे।... moreउपायघटनाएँजनवरी 2012Views: 12095
अलग-अलग देशों में नववर्षोत्सव फ्यूचर समाचारप्रत्येक देश में उत्सव अपने-अपने तौर-तरीकों से मनाया जाता है। इन उत्सवों में ही नव संदेश देने वाला त्यौहार आता है 'नववर्षोत्सव'। किस देश में किस तरह से नववर्ष मनाया जाता है पढ़िए इस लेख में।... moreघटनाएँजनवरी 2012Views: 7337
श्री शनि जयंती 8 जून 2013 लोकेश डी. जागीदारइस संसार में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो शनि के प्रभाव से अछूता हो। शनिदेव का नाम सुनते ही जनता में भय उत्पन्न हो जाता है। शनि ग्रह उतने अशुभ नहीं जितना इन्हें समझा जाता है। व्यक्ति को अध्यात्म और मोक्ष दिलाने वाले केवल शनि ग्रह... moreउपायघटनाएँदेवी और देवपर्व/व्रतग्रहअध्यात्म, धर्म आदिजून 2013Views: 10327
अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ की दिल्ली शाखा का दीक्षांत समारोह फ्यूचर पाॅइन्टगत 16 जनवरी 2005 को अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ की दिल्ली शाखा का दीक्षांत समारोह विश्व युवक केंद्र, नयी दिल्ली में संपन्न हुआ। इस समारोह की अध्यक्षता श्री शुकदेव चतुर्वेदी जी एवं डाॅ. जय प्रकाश शर्मा जी लाल धागे वाले ने की एवं... moreघटनाएँजनवरी 2005Views: 12612
होलिकोत्सव (होली) ब्रजकिशोर भारद्वाजविराट पुरुष के मुख से ब्राहमण भुजाओं से क्षत्रिय, जांघों से वैश्य और पैरों से शूद्रों की उत्पति हुई हैं। इनके नाम से ही चार वर्णों की प्रधानता हैं। और इनके चार मुख्य त्यौहार क्रमश: रक्षा बंधन, दशहरा, दीपावली और होली हैं।... moreघटनाएँदेवी और देवपर्व/व्रतअध्यात्म, धर्म आदिमार्च 2013Views: 12221
चांद ने डुबोया टाइटेनिक को यशकरन शर्मा10 अप्रैल 1912 को दुनिया का सबसे बड़ा जहाज ‘‘द टाइटेनिक’’ साउथेम्पटन इंग्लैंड से न्यूयार्क शहर की ओर चल पड़ा। इसके बारे में ऐसा माना जाता था कि यह अब तक का सर्वाधिक सुरक्षित और विशालकाय जहाज था। यह इतना विशाल था कि इसके बारे में ऐसा... moreज्योतिषघटनाएँभविष्यवाणी तकनीकज्योतिषीय विश्लेषणजून 2013Views: 13285
पर्व निर्णय फ्यूचर पाॅइन्टपर मुख्य पर्व जैसे- जन्माष्टमी, शिवरात्री, दीपावली, दशहरा, होली, रक्षा बंधन, भैया दूज, धन तेरस एवं अन्य पर्वों के तिथि निर्णय हेतु क्या शास्त्रीय नियम व आधार हैं?... moreघटनाएँपर्व/व्रतआकाशीय गणितनवेम्बर 2009Views: 20190