वास्तु के सुझाव


उत्तर पूर्व में सीढ़ियां बनाना वंश वृद्धि में रुकावट आना

कुछ माह पूर्व पंडित जी दिल्ली के एक प्रसिद्ध आभूषण विक्रेता के घर का वास्तु परीक्षण करने गए। उनसे मिलने पर उन्होंने बताया कि जबसे उन्होंने अपने घर के साथ वाले घर को खरीदकर उसे पहले वाले घर के साथ जोड़कर एक बड़ा घर बनाया है तबसे ही उ... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझाव

अकतूबर 2010

व्यूस: 6809

भूखंड का अनियमित आकार, दुखों का भंडार

पिछले माह पंडित जी देहरादून के एक प्रसिद्ध व्यवसायी के यहाॅं वास्तु परीक्षण करने गए। उनसे मिलने पर उन्होंने बताया कि जब से वह नये घर में आए हैं तभी से जीवन में एक के बाद एक परेशानी बढ़ती जा रही है।... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझाव

अकतूबर 2012

व्यूस: 6673

भवन में जलीय व्यवस्था

भवन में जलीय व्यवस्था

रश्मि चतुर्वेदी

येक ग्रह या भवन में जल भंडारण का साधन अत्यंत आवश्यक होता है। जीवन यापन के लिए ही नहीं अपितु भवन निर्माण के लिए भी जल की आवश्यकता होती है। इसलिए निर्माण कार्य प्रारंभ करने से पूर्व जल के भंडारण के लिए कुआं, बोरिंग (नलकूप) खुदवा लेन... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

फ़रवरी 2006

व्यूस: 6761

वास्तु सीखें

वास्तु सीखें

प्रमोद कुमार सिन्हा

वास्तु के अनुसार भवन में रसोईघर बनाने का सबसे उपयुक्त स्थान दक्षिण-पूर्व अर्थात् आग्नेय क्षेत्र है। रसोई के लिए प्रयुक्त किरोसिन, गैस, छुरी, कांटे, इत्यादि मंगल की वस्तुएं हैं।... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीकटैरो

जुलाई 2011

व्यूस: 6884

वास्तु में पृष्ठभाग में काँच से हानि

अक्टूबर के मध्य में पंडित गोपाल शर्मा जी को भाव नगर, गुजरात स्थित एक शिपिंग कम्पनी के कार्यालय में जाने का अवसर मिला। वहाँ कम्पनी के मालिक श्री अग्रवाल जी ने बताया कि जबसे हमने इस स्थान पर अपनी 20 साल पुरानी, अच्छी चलती हुई कम्पनी... और पढ़ें

वास्तुवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

जनवरी 2016

व्यूस: 6719

अगर आपके घर में वास्तु दोष है तो क्या करें?

हमारे शास्त्रों में सभी दिशाओं के बारे में विस्तृत रूप से विवेचना की गई है और बताया गया है कि आपके घर में किस दिशा में पूजा स्थल, रसोई घर, शयन कक्ष, स्नान गृह, शौचालय इत्यादि हो ताकि आपका जीवन शांतिमय बना रहे। किंतु जब हम अपने घर ... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

मार्च 2016

व्यूस: 7272

वायव्य कोण में अतिथि कक्ष क्यों?

भारतीय समाज में व्यवस्था बनाने के लिए उसे पारिवारिक इकाइयों में व्यवस्थित किया गया है। मनुष्य जीवन में अकेला नहीं रह सकता है। जन्म से मृत्यु तक का समय वह परिवार में व्यतीत करता है। परिवार के सदस्य जीवन में आने वाले सुख एवं दुख साथ... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

आगस्त 2006

व्यूस: 7328

धन, स्वास्थ्य व सुख शान्ति के लिए दक्षिण-पूर्व का महत्व

कुछ दिन पूर्व पंडित जी, बैंगलुरू के एक व्यापारी के यहाँ वास्तु निरीक्षण करने गए। उनके घर में बातचीत के दौरान उनकी पत्नी ने बताया कि लगभग 7-8 माह पहले इस घर मे आने के बाद आर्थिक समस्याएं बढ़ गई हैं तथा हमारे बीच में काफी लड़ाई व आपसी... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

जून 2016

व्यूस: 5608

वास्तु में समचोरस आकार व ईशान का महत्व

जनवरी माह मे पंडित जी न्यू फ्रेंड्स काॅलोनी में निर्माणाधीन एक भवन देखने गये, जोकि लगभग आधा बन चुका था। भवन निरीक्षण करने के बाद पंडित जी ने गृह स्वामी से कुछ प्रश्न पूछे... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

फ़रवरी 2016

व्यूस: 5486

वास्तु सज्जा, रंग व वास्तु का सही प्रयोग

निर्माण वास्तु सम्मत होने पर भी कई बार व्यक्ति को कष्ट होता है, तो उस स्थिति में यह पाया जाता है कि व्यक्ति उस घर का सही प्रयोग नहीं कर रहा होता।... और पढ़ें

वास्तुगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारवास्तु के सुझावभवन

नवेम्बर 2010

व्यूस: 3992

दक्षिण दिशा में स्थित गृह/भूखंड

उत्तर दिशा स्वास्थ्य एवं ध्न का संकेतक है। उसी प्रकार यदि हम दक्षिण दिशा का उपयोग सही तरह से करें तो यह भी निवासियों को अच्छे स्वास्थ्य एवं ध्न प्रदान करेगा। दक्षिण दिशा के अध्पिति यम हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार ये शनि के... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

सितम्बर 2016

व्यूस: 6551

पश्चिम दिशा में स्थित गृह/भूखंड

पश्चिम दिशा का अपना अलग महत्व है। यदि पश्चिम दिशा की सतह पूर्व दिशा की तुलना में अध्कि ऊंची है तो उस मकान के सदस्य सुखी रहेंगे तथा वहां शुभ घटनाएं घटित होंगी, कोई शत्राुता नहीं होगी तथा कोई घातक रोग नहीं होगा। यदि पश्चिम दिशा में ... और पढ़ें

वास्तुवास्तु परामर्शवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावभविष्यवाणी तकनीक

जुलाई 2016

व्यूस: 6373

Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

SHARE YOUR PROBLEM, GET SOLUTIONS

  • Health

  • Family

  • Marriage

  • Career

  • Finance

  • Business

लोकप्रिय विषय

करियर बाल-बच्चे चाइनीज ज्योतिष दशा वर्ग कुंडलियाँ दिवाली डऊसिंग सपने शिक्षा वशीकरण शत्रु यश पर्व/व्रत फेंगशुई एवं वास्तु टैरो रत्न सुख गृह वास्तु प्रश्न कुंडली कुंडली व्याख्या कुंडली मिलान घर जैमिनी ज्योतिष कृष्णामूर्ति ज्योतिष लाल किताब भूमि चयन कानूनी समस्याएं प्रेम सम्बन्ध मंत्र विवाह आकाशीय गणित चिकित्सा ज्योतिष Medicine विविध ग्रह पर्वत व रेखाएं मुहूर्त मेदनीय ज्योतिष नक्षत्र नवरात्रि व्यवसायिक सुधार शकुन पंच पक्षी पंचांग मुखाकृति विज्ञान ग्रह प्राणिक हीलिंग भविष्यवाणी तकनीक हस्तरेखा सिद्धान्त व्यवसाय पूजा राहु आराधना रमल शास्त्र रेकी रूद्राक्ष श्राद्ध हस्ताक्षर विश्लेषण सॉफ्टवेयर सफलता मन्दिर एवं तीर्थ स्थल टोटके गोचर यात्रा वास्तु परामर्श वास्तु दोष निवारण वास्तु पुरुष एवं दिशाएं वास्तु के सुझाव स्वर सुधार/हकलाना संपत्ति यंत्र राशि
और टैग (+)