घर में पौधे लगाएं, वास्तु दोष दूर भगाएं फ्यूचर पाॅइन्टपेड़-पौधे हमारे जीवन के उपयोगी अंग हैं। पौधे न केवल घर का सौंदर्य बढ़ाते हैं बल्कि इनसे अनजाने में ही सही घर में बन रहे वास्तुदोषों का भी निवारण हो जाता है। हरा-भरा वातावरण आस-पास होने पर प्रत्येक व्यक्ति को स्फूर्ति एवं ताज... और पढ़ेंवास्तुभविष्यवाणी तकनीकवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावदिसम्बर 2015व्यूस: 28911
वास्तु निवारण के अनुभवसिद्ध उपाय महेशनन्द शर्मावास्तु कला भवन निर्माण की अदभुत कला है। व्यक्ति यदि इस कला के अनुरूप निर्मित भान में आस करें तो उसके चहुंमुखी विकास की संभावना बढ़ जाएगी और उसके संपूर्ण परिवार को सुख-शान्ति की प्राप्ति होंगी। यहां प्रस्तुत हैं कुछ प्रभावशाली एवं... और पढ़ेंवास्तुभविष्यवाणी तकनीकवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावदिसम्बर 2006व्यूस: 27458
वास्तु एवं फेंगसुई के कुछ मुख्य उपाय प्रमोद कुमार सिन्हायदि तीन दरवाजे घर, या किसी वास्तु में एक कतार में हों, तो बीच के दरवाजे पर स्फटिक गोला टांग दें, दोष दूर हो जाएगा। Û सुनहरी मछलियों वाला लघु मछली घर अपने घर में रखना सौभाग्य में वृ़िद्ध करने का एक कारगार उपाय है। इसका उपयोग पूर्व ... और पढ़ेंफेंग शुईउपायवास्तुवास्तु के सुझावजून 2013व्यूस: 22748
भूमि चयन पं. जय प्रकाश शर्मावास्तु विज्ञान एक विस्तृत विषय है। प्रस्तुत है भवन निर्माण करते समय भूमि आकृति, भूमि के कोण व कटाव, भूमि का विस्तार, आसपास का वातावरण व भूमि दिशा विचार पर वास्तु शोध ........ और पढ़ेंवास्तुभूमि चयनवास्तु के सुझावफ़रवरी 2010व्यूस: 21338
जन्म दिनांक से जानें गृह वास्तु दोष अशोक भाटियाजन्म होते ही हमारे साथ कुछ अंक जुड़ जाते हैं। जैसे कि जन्म तिथि का अंक, जन्म समय की होरा व जन्म स्थान आदि। इन सब के आधार पर ज्योतिष व अंक ज्योतिष की गणनायें की जा सकती है। अगर हम ‘गीता में श्री कृष्ण द्वारा बताये गये कर्म-सिद्धांत... और पढ़ेंअंक ज्योतिषवास्तुभविष्यवाणी तकनीकजुलाई 2013व्यूस: 20737
ब्रह्म स्थान का दोष ब्रह्मा जी का प्रकोप (स्वास्थ्य, वंश व आर्थिक हानि) गोपाल शर्माब्रह्मस्थान में ही सीढ़ियों के नीचे भूमिगत जल स्रोत था जिससे घर में गंभीर स्वास्थ्य परेशानियां होती हंै, विशेषतः पेट संबंधी (आप्रेशन तक हो सकते हैं), घर में अनचाहे खर्चे होते रहते हैं अथवा दिवालियापन तक भी हो सकता है।... और पढ़ेंवास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावमई 2011व्यूस: 19571
वास्तु विद्या एवं कला की प्राचीनता एवं आधुनिक काल में उपयोगिता प्रवीण कुमार जैनमानव की भवन सम्बन्धी आवष्यकता मानव सभ्यता जितनी ही प्राचीन है। वास्तु कला का विकास मानव सभ्यता के विकास का इतिहास है। वास्तु षब्द का अर्थ मात्र भवन निर्माण नहीं है इसका क्षेत्र बहुत व्यापक है। वास्तु षब्द ग्रामों, पुरों, दुर्गों, ... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायवास्तुगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारसंपत्तिअकतूबर 2013व्यूस: 19147
गृह निर्माण और वास्तु सुनील जोशी जुन्नकरघर के वास्तु का प्रभाव उसमें रहने वाले सभी सदस्यों पर पड़ता है। इस तरह, मनुष्य के जीवन में वास्तु का महत्व अहम होत है। इसके अनुरूप घर का निर्माण करने से उसमें सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।... और पढ़ेंवास्तुभूमि चयनमुहूर्तवास्तु पुरुष एवं दिशाएंदिसम्बर 2010व्यूस: 18726
पिरामिड द्वारा वास्तु दोष निवारण पं. जय प्रकाश शर्मापिरामिड एक विषेष प्रकार की आकृति है जिसके मध्य में अग्नि का वास है। किसी दिषा विषेष में दोष होने पर उस दिषा में ऊर्जा को बढ़ाने के लिए इनका प्रयोग किस प्रकार से किया जाए आइए जानें-... और पढ़ेंउपायवास्तुवास्तु दोष निवारणदिसम्बर 2010व्यूस: 16730
दक्षिण-पश्चिम का दोष प्रगति में बाधक प्रमोद कुमार सिन्हाचुम्बकीय कंपास के अनुसार 202 डिग्री से लेकर 247 डिग्री के मध्य के क्षेत्र को नैर्ऋत्य (दक्षिण-पश्चिम) दिशा कहते हैं। दक्षिण-पश्चिम का क्षेत्र पृथ्वी तत्व के लिए निर्धारित है। यह सभी तत्वों से स्थिर है। यह दिशा सभी प्रकार की विषमता... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायवास्तुसुखगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारसंपत्तिजुलाई 2013व्यूस: 16571