राजेंद्र शर्मा ‘राजेश्वर’
ऋण का अर्थ है ‘‘कर्ज’’ और
कर्ज हर मनुष्य को चुकाना पड़ता
है। इसका उल्लेख वेद-पुराणों
में प्राप्त होता है।
हिंदु धर्म-शास्त्रों के अनुसार
मनुष्यों पर तीन ऋण माने गए
हैं- देव ऋण, ऋषि ऋण एवं
पितृ ऋण। इन तीनों में पितृ
ऋण सबसे ... और पढ़ें
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