वास्तु : कुछ प्रश्नों के उतर डॉ. अरुण बंसलक्या वास्तु द्वारा भाग्य बदला जा सकता है. वास्तु द्वारा कदापि अपना भाग्य नहीं बदल सकते. लेकिन ईश्वर ने मनुष्य को कर्मशील बनाया हैं. एवं कर्म करने से वह अपने दुखों को कम अवश्य कर सकता है.... और पढ़ेंज्योतिषदिसम्बर 2002व्यूस: 2417
वास्तु एवं फेंग सुइ डॉ. अरुण बंसलभारत में वास्तु का लंबा इतिहास मिलता है। मत्स्यपुराण में अठारह वास्तु शास्त्रज्ञों का उल्लेख हैंः... और पढ़ेंज्योतिषदिसम्बर 2001व्यूस: 1400
दिशा वास्तु विकार एवं उपाय डॉ. अरुण बंसलसुख-शांति एवं समृद्धि के लिए अपनी और परिवार की जन्मपत्रियां तो शुभ होनी ही चाहिए, लेकिन वास्तु भी अच्छा होना चाहिए। किस वास्तु दोष से क्या परेशानी होती है, आइए जानें:... और पढ़ेंज्योतिषदिसम्बर 2001व्यूस: 2551
वास्तु का कुंडली से सम्बन्ध डॉ. अरुण बंसलअक्सर देखा जाता है की एक व्यति को गृह परिवर्तन के बाद भी उसी प्रकार के वास्तु दोष सहित दूसरा घर प्राप्त होता हैं। अर्थात कुछ वास्तु दोष ऐसे होते हैं जो हमारी कुंडली के दोषों को दर्शाते हैं। या यूं कहें की हमारी कुंडली के ग्रहानुसा... और पढ़ेंज्योतिषदिसम्बर 2012व्यूस: 17925
दिशा ज्ञान डॉ. अरुण बंसलवास्तु में दिशा ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण हिया. दिशासूचक यंत्र से दिशा ज्ञान मिलता है. लेकिन क्या इसके द्वारा दिखाई गयी दिशा सही होती है. यदि दिशासूचक यंत्र नहीं हैं तो क्या किसी अन्य माध्यम द्वारा दिशा ज्ञान प्राप्त कर सकते है. आइय... और पढ़ेंज्योतिषदिसम्बर 2004व्यूस: 4196
नजर दोष और उपाय डॉ. अरुण बंसलकहते हैं नजरदोष होने पर आंख की निचली पलक भारी हो जाती है मानों वह सूज गई हो। कुंडली में नीचस्थ चंद्र या राहु व शनि से ग्रस्त चंद्रमा होने पर व्यक्ति पर नजरदोष का प्रभाव अधिक पड़ता है। प्रस्तुत है मुक्ति के कुछ उपाय... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायविविधमार्च 2010व्यूस: 38809
दक्षिणावर्ती शंख डॉ. अरुण बंसलपुराणों के अनुसार शंख की उत्पति समुद्र मंथन से हुई थी. शंख समुद्र में लगभग सभी जगह पाए जाते है. शंखनाद से अनेक प्रकार के कीटाणुओं का नाश होता है. वराह पुराण में कहा गया है कि मंदिर के दरवाजे खुलने व कोई धार्मिक कार्य प्रारम्भ करने... और पढ़ेंउपायविविधआगस्त 2009व्यूस: 16925
शंख प्रश्नोतरी डॉ. अरुण बंसलशंखों का हिन्दू धर्म संस्कृति में प्राचीनकाल से ही विशेष महत्व रहा हैं। अष्ट-सिद्धियों एवं नव्निधियों में शंख का महत्वपूर्ण स्थान हैं। श्री विष्णु के चार आयुधों में शंख को भी स्थान प्राप्त हैं। शंख पूजन से दरिद्रता निवारण, आर्थिक ... और पढ़ेंज्योतिषउपायसुखसफलताजुलाई 2012व्यूस: 12515
धनागमन का उपाय डॉ. अरुण बंसलधनागमन का मुख्य उपाय लक्ष्मी-कुबेर का स्तोत्र माना गया है। कुबेर देवताओं के कोषाधिपति हैं।... और पढ़ेंज्योतिषनवेम्बर 2002व्यूस: 1012
दीपावली पर विशेष डॉ. अरुण बंसलदीपावली का पर्व प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को ही मनाया जाता है। अमावस्या के दिन दीपावाली मनाने का महत्व सिअलिए है क्योकि इस दिन सबसे अधिक काली अंधकारपूर्ण रात्रि होती है। तथा ऐसी स्थिति में आसुरी शक्तियों का प्रभाव काफी... और पढ़ेंज्योतिषअकतूबर 2008व्यूस: 8734
धनागमन के शकुन डॉ. अरुण बंसलप्रत्येक व्यक्ति में धन प्राप्ति की इच्छा रहती है और इसलिए वह अपनी सामथ्र्यानुसार इसे प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहता है।... और पढ़ेंज्योतिषनवेम्बर 2013व्यूस: 1363
दीपावली और उपाय डॉ. अरुण बंसलउपाय कौन-कौन से हैं? कौन सा उपाय करें? यह कैसे निर्धारित किया जाए? ग्रहों के उपायों में रत्न, मंत्र, यंत्र, यज्ञ, व्रत, दान, जल विसर्जन, देव दर्शन, धातु धारण और औषधि स्नान प्रमुख है. सभी उपायों को चार तत्वों के आधार पर, मुख्यत:... और पढ़ेंज्योतिषनवेम्बर 2004व्यूस: 3184