पराविद्याओं को समर्पित सर्वश्रेष्ठ मासिक ज्योतिष पत्रिका जून 2006 व्यूस : 5936 | हिंदी लेख English version (Transliterated) निर्जला एकादशी व्रत अतिथि सत्कार सेवाव्रत वर्षा का पूर्वानुमान : ज्योतिषीय दृष्टि से प्रमोद महाजन अलविदा nirjala ekadshi vrat atithi satkar sevavrat varsha ka purvanuman : jyotishiya drishti se pramod mahajan alvida
जून 2006व्यूस : 5690वर्षा का पूर्वानुमान : ज्योतिषीय दृष्टि से वर्षानुमान के लिए मेदिनीय ज्योतिष में अनेक पद्वतियां हैं। इनमें निम्न विषयों का विश्लेषण किया जाता ह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4864प्रमोद महाजन अलविदा प्रमोद महाजन का जन्म ३० जनवरी १९४८ को २१ बजे हैदराबाद, आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनके जन्म के समय पूर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3316निर्जला एकादशी व्रत व्यास जी के वचनानुसार यह यथार्थ सत्य ही की अर्धमास सहित एक वर्ष की २६ एकादशियों में से मात्र एक निर्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6715अतिथि सत्कार सेवाव्रत अतिथि सत्कार सेवा व्रत भारतीय संस्कृति का अपरम कल्याणकारी व्रत है जिसके अनुपालन से स्वर्ग लोक तो क्य...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4819जन्मकुंडली में रोगों के संकेत एवं उनके उपाय मनुष्य की जन्मकुंडली उसके जीवन का आईना होती है। जीवन में क्या होने वाला है। यह समय के पहले बड़ी आसानी...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 7386नक्षत्र और रोग ज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योकिं ये मारकेश भाव...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3874कैंसर से प्रभावित लोगों की कुण्डलियां कैंसर जैसे भयानक रोग के योग भी जन्मकुंडली में मिल जाते है। ग्रहों की स्थितयों से यह पता चल जाता है क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4358क्रूर ग्रह दे सकते हैं नेत्र विकार किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली ग्रहों के उन प्रभावों का चित्रांकन है जिनके साथ वह पैदा हुआ है। सूर्य प्र...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4581लग्न अनुकूल स्वास्थ्यवर्धक भोजन अंग्रेजी की एक प्रसिद्द कहावत है जिसके अनुसार एक मनुष्य का भोजन दूसरे के लिए जहर होता है। इस का निरू...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4582आयुर्वेद, ज्योतिष और निरोगी काया आयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ मानव शरीर में वात, पित् और कफ तत्व सामान अनुपात में विद्यमान रहते है। इनका...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 28158रोग निवारण के अनुभूत उपाय परिवार में किसी सदस्य को रोग हो जाता है तो गृह से सुख विदा हो जाता है। यदि आप ज्योतिषी या ज्योतिष प्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 3357कब और कैसे करें ज्योतिषीय उपाय ग्रहों की शान्ति के लिए मुख्य रूप से दो प्रकार के उपाय किए जाते है। - रत्न धारण एवं दान। जिस ग्रह से...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 15050लाल किताब और रोग निवारण ज्योतिषीय डाक्टर की भूमिका नहीं निभाते परन्तु जन्म पत्रिका या हस्तरेखा के आधार पर यह बताने का प्रयत्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 25281शाबर मंत्रो द्वारा रोग निवारण रोग विभिन्न प्रकार के होते है। अधिकांश टी औषधोपचार से ठीक हो जाते हैं। परन्तु कुछ को मंत्रोपचार द्वा...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 12070सूर्य की किरणों से उपचार ज्योतिष में सूर्य महत्वपूर्ण ग्रह है। सूर्य राजा और आत्मकारक गृह है और अग्नि का प्रतिक माना जाता है।...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4934अंक ज्योतिष और स्वास्थ्य भारतीय चिकित्सा शास्त्र के अनुसार आयुर्वेद जो अर्थर्ववेद का उपांग है, ब्रह्मा द्वारा अश्वनी कुमारों ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4086जन्मकुंडली में चिकित्सक बनने के योग ज्योतिष विद्या के माध्यम से मनुष्य की आजीविका के निर्धारण के अनेक सूत्र, ग्रन्थ मौजूद है। जन्मकुंडली...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 31473चंद्र-मंगल योग कहीं वरदान कहीं अभिशाप किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली आकाश में ग्रहों की उस समय की स्थिति का विवेचन है जिस समय उसने जन्म लिया। ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4584क्यों निष्फल होते हैं राजयोग ज्योतिष शास्त्र में राजयोग का बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण स्थान है। यद्धपि राजयोग के अभाव में भी जन्म लग...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 14864दशा एवं गोचर विश्लेषण दशा ओर गोचर दोनों ही ज्योतिष में जातक को मिलने वाले शुभाशुभ फल का समय और अवधि जानने में विशेष सहायक ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4721संपूर्ण रोगनाशक महामृत्युंजय यंत्र शरीर व्याधि मन्दिरम इस प्राचीन शास्त्र वाक्य के अनुसार हमारा शरीर रोगों का घर है। संपूर्ण जीवन काल म...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 7452मारकेश निर्णय मारकेश गृह का निर्णय करने से पूर्व योगों के द्वारा अल्पायु, मध्यायु या दीर्घायु है, यह निश्चित कर ले...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3346रत्न चिकित्सा : निजी अनुभव विश्व में अनके चिकित्सा पद्वतियां प्रचलित है। रत्न चिकित्सा भी एक सरल व् प्रभावी पद्वति है। इसकी मुख...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4202रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति यह सर्वविदित है की रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो अन...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3678आपके विचार सर्वतोभद्र चक्र नक्षत्र आधारित फलादेश की एक विकसित तकनीक है। यह कुंडली विश्लेषण तथा दशा फलकथन में बह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2360कैलाश-मानसरोवर : विराट आनंद से साक्षात कैलाश का नाम आते ही हिमालय पर्वत पर बैठे गंगाधर शिव की मूर्ति आंखों के सामने साकार होने लगती है। कहा...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 42693पेप्टिक अल्सर : क्यों और कैसे वेद प्रकाश गर्गआज के आधुनिक एवं मशीनी युग में व्यक्ति को न तो खाने – पीने की वस्तुओं की सुध है और न ही व्यायाम का क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4249अनाजों में राजा मंडुआ बाजरे के परिवार का एक सदस्य है। इसके दाने राई के रंग के या फिर काले रंग के होते है। इसका आटा क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 6923टोटके जिन व्यक्तियों को तनाव, अनिद्रा, अवसाद, मूर्च्छा, मिर्गी, पागलपन के दौरे, माइग्रेन आदि कोई भी मनोरोग...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 3024धनपति योग और हस्तरेखाएं कभी-कभी कुछ लोगों का भाग्य ऐसी करवट बदलता है की उन पर एकाएक लक्ष्मी की बरसात होने लगती है। ऐसा लगता ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3314आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में रसोईघर क्यों भोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। भोजन पंचमहाभूतों से बने प्राणी को ऊर्जा प्रदान करता है।...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2241वर्षा का पूर्वानुमान: ज्योतिषीय दृष्टि से डॉ. अरुण बंसलपूर्वानुमान के लिए मेदिनीय ज्योतिष में अनेक पद्धतियां हैं। इनमें निम्न विषयों का विश्लेषण किया जाता...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2367प्रमोद महाजन अलविदा आचार्य किशोरभाई के हाथों भाई का खून ! आज के युग में एक दुखद घटना ! किंतु, मनुष्य ग्रहों के सामने विवश है। जब ब...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2238निर्जला एकादशी व्रत ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’व्यास जी के वचनानुसार यह यथार्थ सत्य है कि अर्धमास (मलमास) सहित एक वर्ष की 26 एकादशियों में से म...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2926अतिथि सत्कार सेवाव्रत ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’अतिथि सत्कार सेवा व्रत भारतीय संस्कृति का परम कल्याणकारी व्रत है जिसके अनुपालन से स्वर्ग लोक तो क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2272नक्षत्र और रोग पारस राम वशिष्टज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योंकि ये मारकेश ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2053कैंसर से प्रभावित लोगों की कुंडलियां सीतेश कुमार पंचोलीकैंसर आज भी अपना कहर ढा रहा है। यदि प्रारंभिक स्थितियों में चिकित्सक इस रोग को न पकड़ पाए तो यह शरीर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2625क्रूर ग्रह दे सकते हैं नेत्र विकार शिव प्रसाद गुप्ताक्रूर ग्रह अपने स्वभाव का असर किसी न किसी रूप में शरीर पर छोड़ते हैं। संसार के परिदृश्य से साक्षात क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2371लग्न अनुकूल स्वास्थ्यवर्धक भोजन रेनु सिंहअंग्रेजी की एक प्रसिद्ध कहावत है जिसके अनुसार एक मनुष्य का भोजन दूसरे के लिए जहर होता है। इस का न...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2360आयुर्वेद, ज्योतिष और निरोगी काया सीताराम सिंहआयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ मानव शरीर में ‘वात’ (वायु), ‘पित्त’ (अग्नि) और ‘कफ’ (जल) तत्व समान अनुप...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3037रोग निवारण के अनुभूत उपाय फ्यूचर पाॅइन्टव्यक्ति अपने अनुभव से प्रतिदिन कुछ न कुछ सीखता है। अपनी परखी हुई चीजों से वह स्वयं तो लाभान्वित होत...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 3238कब और कैसे करें ज्योतिषीय उपाय फ्यूचर पाॅइन्टग्रह शांति के लिए प्रायः कई ज्योतिषी सीधे-सीधे रत्न धारण करने की सलाह दे डालते हैं जबकि जो ग्रह शुभ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4970लाल किताब और रोग निवारण बी.एल शर्माज्योतिषी डाॅक्टर की भूमिका नहीं निभाते परंतु जन्म पत्रिका या हस्तरेखा के आधार पर यह बताने का प्रय...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6942शाबर मंत्रों द्वारा रोग निवारण फ्यूचर पाॅइन्टरोग विभिन्न प्रकार के होते हैं। अधिकांश तो औषधोपचार से ठीक हो जाते हैं। परंतु कुछ को मंत्रोपचार द...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2637सूर्य की किरणों से उपचार अशोक भाटियाशरीर को निरोगी रखने में सूर्य की किरणों का महत्वपूर्ण योगदान है। इन किरणों में ऐसी जीवन शक्ति विद्य...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2826अंक ज्योतिष और स्वास्थ्य अशोक भाटियाआप अंक ज्योतिष के आधार पर मूलांक व नामांक से यह जान सकते हैं कि भविष्य में आपका स्वास्थ्य कैसा रहे...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 1994जन्मकुंडली में चिकित्सक बनने के योग जे. जान्हवीज्योतिष विद्या के माध्यम से मनुष्य की आजीविका के निर्धारण के अनेक सूत्र, ग्रंथ मौजूद हैं। जन्मकुं...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2237चंद्र-मंगल योग कहीं वरदान कहीं अभिशाप शिव प्रसाद गुप्ताजन्मकुंडली में बनने वाले योग यदि शुभ प्रभाव से युक्त होते हैं तो उनका प्रभाव लाभकारी होता है। उन्ही...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2481क्यों निष्फल होते हैं राजयोग फ्यूचर पाॅइन्टजन्मकुंडली में योग होने मात्र से ही कोई व्यक्ति राजा या रंक नहीं हो जाता। कोई भी योग तभी पूर्ण ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 3166संपूर्ण रोगनाशक महामृत्युंजय यंत्र रमेश शास्त्रीशरीरं व्याधि मंदिरम् इस प्राचीन शास्त्र वाक्य के अनुसार हमारा शरीर रोगों का घर है। संपूर्ण जीवन क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 1924सपनों की मृगमरीचिका आभा बंसलमीरा से मेरा परिचय उसके बचपन से ही था। चूंकि उसका घर हमारे पड़ोस में ही था, इसलिए उससे बचपन से ही ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2484मारकेश निर्णय शुकदेव चतुर्वेदीमारकेश ग्रह का निर्णय करने से पूर्व योगों के द्वारा अल्पायु, मध्यायु या दीर्घायु है, यह निश्चित कर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 1087रत्न चिकित्सा: निजी अनुभव फ्यूचर पाॅइन्टविश्व में अनेक चिकित्सा पद्धतियां प्रचलित हैं। रत्न चिकित्सा भी एक सरल व प्रभावी पद्धति है। इसकी ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2185रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति फ्यूचर पाॅइन्टयह सर्वविदित है कि रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3186सर्वतोभद्र चक्र फ्यूचर पाॅइन्टप्रश्न: सर्वतोभद्र चक्र क्या है? इसे जन्मांक एवं गोचर के फलादेश के लिए कैसे प्रयोग में लाया जाता है...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2001बिना सुरति राम नहीं मिलते फ्यूचर पाॅइन्टमीरा भी लोगों को गुमराही मालूम होती थी। जिन्होंने भी पाया है परमात्मा को, उनकी राह सभी को गुमराह ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2482कैलाश-मानसरोवर: विराट आनंद से साक्षात फ्यूचर पाॅइन्टदेवाधिदेव महादेव! जहां मन आया वहीं रम गए। फिर वह स्थान दुर्गम, कंटीला ही क्यों न हो। ऐसा ही स्थान ह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2762पेप्टिक अल्सर: क्यों और कैसे वेद प्रकाश गर्गआज के आधुनिक एवं मशीनी युग में व्यक्ति को न तो खाने-पीने की वस्तुओं की सुध है और न ही व्यायाम का ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2546अनाजों में राजा वेद प्रकाश गर्गमंडुआ को अलग-अलग राज्यों में कोदो/ कौदरा /मंडुआ (Finger Millet) के नाम से जाना जाता है। इसे पहाड़ी ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2396टोटके फ्यूचर पाॅइन्ट- मनोरोग: जिन व्यक्तियों को तनाव, अनिद्रा, अवसाद, मूच्र्छा, मिर्गी, पागलपन के दौरे, माइग्रेन आदि क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2239धनपति योग और हस्तरेखाएं भारती आनंदकभी-कभी कुछ लोगों का भाग्य ऐसी करवट बदलता है कि उन पर एकाएक लक्ष्मी की बरसात होने लगती है। ऐसा लग...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 2144आग्नेयकोण (दक्षिण-पूर्व) में रसोईघर क्यों रश्मि चतुर्वेदीभोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। भोजन पंचमहाभूतों से बने प्राणी को ऊर्जा प्रदान करता ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 2430ग्रह स्थिति एवं व्यापार जगदम्बा प्रसाद गौडगोचर ग्रह स्थिति: मासारंभ में सूर्य वृष राशि में, चंद्रमा कर्क राशि में, मंगल कर्क राशि में, बुध ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 1823शेयर बाजार में तेजी-मंदी रजनीकान्त सी. ठक्करसूर्य: मासारंभ में वृषभ में है, 15.6.2006 से मिथुन में प्रवेश करेगा। मिथुन संक्रांति गुरुवार को 30...और पढ़ें
जनवरी 2021व्यूस : 520जनवरी 2020 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस अंक में नववर्ष मंगलकारी कैसे हो, गुरु गोचर 2021, 2021 में भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार, बारह राशियों का वार्षिक फलादेश, जन्म दिनांक से जानें कैसा रहेगा नया वर्ष 2021...और पढ़ें
दिसम्बर 2020व्यूस : 1847दिसंबर 2020 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस अंक में दिशा वास्तु विकार एवं उपाय, वास्तु और सुख, पूजा घर एवं रसोई घर संबंधी वास्तु निर्देश, कैसे बने वास्तु-अनुरूप विद्यालय, वास्तु के अनुसार सीढ़ियां आदि लेख सम्मिलित हैं।...और पढ़ें
नवेम्बर 2020व्यूस : 3213नवंबर 2020 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस अंक में दीपावली एक संक्षिप्त परिचय, पंच पर्व दीपावली, लक्ष्मी प्राप्ति के लिए दीपावली के दिन करें ये उपाय, दिवाली पर 12 राशियों के अलग-अलग धन प्राप्ति के उपाय आदि लेख सम्मिलित हैं।...और पढ़ें