आमिर खान के विवादित बोल

आमिर खान के विवादित बोल  

सीताराम सिंह
व्यूस : 3893 | जनवरी 2016

आमिर खान का जन्म पुष्य नक्षत्र के चतुर्थ चरण में हुआ। नक्षत्र स्वामी शनि एकादश (लाभ) भाव में अपनी मूलत्रिकोण राशि में पंचमेश सूर्य व सप्तमेश शुक्र के साथ स्थित है। जन्म समय शनि दशा- 1 वर्ष, 10 माह 5 दिन शेष थी। भाग्येश बृहस्पति लग्न में मित्र राशि में स्थित हैं। उस पर स्वक्षेत्री लाभेश शनि की दृष्टि है। लग्नेश मंगल पंचम भाव में बृहस्पति, सूर्य, शुक्र व शनि से दृष्ट है।

चतुर्थ भाव में स्वक्षेत्री चंद्रमा लग्न स्थित बृहस्पति से केंद्र में गजकेसरी योग बना रहा है। ऐसी शुभ ग्रह स्थिति के कारण उनका जन्म प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। उनके पिता तारिक हुसैन फिल्म प्रोड्यूसर थे और चाचा नासिर हुसैन अपने समय के सफल फिल्म निर्माता व निर्देशक थे। अतः उनका लालन-पालन भली प्रकार से हुआ और सब सुख सुविधाएं प्राप्त हुईं।

दूसरे भाव वृष राशि में उच्चस्थ छप्रवेशी राहु शुभकत्र्तरी योग में है। फिल्मी पारिवारिक परिवेश में अभिनय कला को परिपक्व करने का सुअवसर मिला, परंतु शिक्षा साधारण रही। चतुर्थ स्वक्षेत्री चंद्रमा ने सुख और विवेकशील बुद्धि प्रदान की। फलदीपिका ग्रंथ के अनुसार पंचमस्थ मंगल विद्या और संतान संबंधी कष्ट देता है।

सप्तमेश और पत्नी के कारक शुक्र पर सूर्य, शनि और मंगल के प्रभाव होने से 21 वर्ष की आयु में टीना दत्ता से प्रेम विवाह किया। उनका 2002 में तलाक हो गया।


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फिर उन्होनें 2005 में अपनी असिस्टेन्ट किरन राव से दूसरा विवाह किया। नवमांश में भी शुक्र शनि व राहु से पीड़ित है। ‘फलदीपिका ग्रंथ’ के अनुसार केतु अष्टम भाव में कलह’, चोट व कार्य बाधा देता है। नवमांश में केतु सप्तम भाव में शनि के साथ स्थित है। उनके पिता ने उनको फिल्म में ऋषि कपूर के साथ लाँच किया था जिसमंे उनका काम सराहा गया।

परंतु केतु दशा के कारण करियर तीव्र गति से नहीं बढ़ा। शुक्र दशा के शुरू होने पर 1991 से आगे 20 वर्ष सफलता, धन और ख्याति बढ़ी। शुक्र द्वितीयेश होकर एकादश में स्वक्षेत्री लाभेश शनि तथा पंचमेश सूर्य के साथ है और उस पर लग्नेश मंगल की दृष्टि है, जिसने अपार सफलता और धन प्रदान किया है।

उनकी सूर्य दशा 20-1-2011 से आरंभ हुई और 13-9-2015 से केतु भुक्ति है। 24-11-2015 को सूर्य दशा-केतु भुक्ति में राहु का अंतरा था। 18-11-2015 से शनि व सूर्य केतु के ऊपर से गोचर कर रहे हैं, जो लग्न से अष्टम भाव है और चंद्रमा से पंचम भाव है।

शनि इस अशुभ युति का प्रभाव लग्न से कर्म, वाणी और बुद्धि भाव पर डाल रहा है जिसके फलस्वरूप चोट के कारण उन्हें अपनी नई फिल्म ‘दंगल’ की शूटिंग रोकनी पड़ी, और फिर बुद्धि भ्रम के कारण बिना परिणाम सोचे विचारे मतिभ्रम के प्रभाव में एक वक्तव्य देकर बड़े विवाद में फंस गये। यह विवाद 21-1-2016 तक चलेगा।

फिर उसके बाद सूर्य-शुक्र में 20-1-2017 तक वे स्थिति सामान्य कर पायेंगे। चंद्रमा की दशा (20-1-2017 से 20-1-2027) में गजकेसरी योग के प्रभाव से पुनः सफलता और जनमानस से आदर पायेंगे। उपरोक्त ज्योतिषीय समीक्षा दर्शाती है कि अशुभ दशा-भुक्ति (सूर्य-केतु-राहु) और ग्रह गोचर से मतिभ्रम के कारण अपने वक्तव्य से वे विवाद में फंस गये हैं।


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