सुख-समृद्धि के टोटके जय इंदर मलिक व्यूस : 62964 | जून 2014 हिंदी लेख English (Transliterated) यदि परिश्रम के पश्चात भी कारोबार ठप्प हो, या धन आकर खर्च हो जाता हो, तो यह टोटका काम में लें। किसी गुरुपुष्य योग और शुभ चंद्रमा के दिन प्रातः हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें। श्री गणेश के चित्र के आगे संकटनाशक गणेश स्तोत्र के 11 पाठ कर, इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रुद्राक्ष, एक चांदी की चवन्नी या रुपया, 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठें रखकर, गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं। यह थैली तिजोरी, या कैश बाॅक्स में रख दें। आर्थिक स्थिति शीघ्र सुधर जाएगी। 1 साल बाद नयी थैली बनाकर बदलते रहें, मनोकामना पूर्ण होगी। प्रतियोगिता परीक्षादि में, योग्यता होते हुए भी सफलता नहीं मिल रही हो तो बुध-पुष्य योग में लगभग 500 ग्राम गो दूध से श्री गणेश जी और सरस्वती की प्रतिमा का पूजन कर, किसी गरीब रोगी को या मंदिर में बुधवार को दान करने से सफलता मिलती है। परिश्रम कर यदि सफलता मिल जाए तो रोगी या गरीबों को कुछ दान दें या उनकी सेवा अवश्य करें। शनि, राहु या केतु की खराब दशा चल रही हो, तो किसी शनिवार को 1 छोटा काला पत्थर लाएं, तिल के तेल में डुबो कर 7 बार अपने ऊपर उतारें और इस पत्थर को दहकती आंच में डाल दें। ठंडा होने पर उस घर से दूर, किसी सूखे कुएं में डाल दें। ग्रह दोष शांत हो जाएगा। किसी के प्रत्येक शुभ काम में बाधा, आती हो या विलंब होता हो, तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में, सिंदूर का चोला चढ़ा कर, बटुक भैरव स्तोत्र का एक पाठ कर के गौ, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रुचि का पदार्थ खिलाना चाहिए। ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी। संध्या के समय सोना, पढ़ना और भोजन करना निषिद्ध है। सोने के पूर्व पैरों को ठंडे पानी से धोना चाहिए। परंतु गीले पैर नहीं सोना चाहिए। इससे धन क्षय होता है। भोजन सदैव पूर्व, या उत्तर की ओर मुख कर के करना चाहिए। जूते पहने हुए कभी भोजन नहीं करना चाहिए, जब तक कोई विवशता न हो। सुबह कुल्ला किए बिना पानी, अथवा चाय न पिएं। जूठे मुंह हाथों से या पैर से कभी गौ, ब्राह्मण और अग्नि का स्पर्श न करें। घर में देवी-देवताओं पर चढ़ाये गये फूल या हार के सूख जाने पर भी उन्हें घर में रखना अलाभकारी होता है। प्रतिदिन पूजन करने से मनोबल बढ़ता है और शांति मिलती है, भले ही थोड़े समय के लिए ही सही, परंतु प्रतिदिन ईश्वर का ध्यान श्रद्धा-विश्वास से करना चाहिए। पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख कर क ईश्वर की पूजा करनी चाहिए। इससे भाग्योदय होता है। आशीर्वाद में बहुत बड़ी शक्ति होती है। माता-पिता और गुरु के सामने झुक कर आशीर्वाद ग्रहण करना चाहिए। अपने न्यायपूर्वक उपार्जित धन का दसवां भाग ईश्वर की प्रसन्नता के लिए किसी सत्कर्म में लगाना चाहिए। प्रत्येक घर में चित्र, कैलेंडर लगाए जाते हैं। वे सुंदर और प्रेरक होने चाहिए, जैसे अर्जुन को उपदेश देते श्री कृष्ण का चित्र, पेड़-पौधों, पुष्प, महापुरुषों या आराध्य देव के चित्र लगाने से शुभत्व की वृद्धि होती है। युद्ध, खूनखराबे, हिंसक पशु, वीभत्स चित्र कभी नहीं लगाने चाहिए। अपने घर में पवित्र नदियों का जल संग्रह करके रखना चाहिए। इसे घर के ईशान कोण में रखने से अधिक लाभ होता है। रात्रि में नाखून या बाल नहीं काटना चाहिए। जूते, चप्पल सदैव घर के बाहर ही उतारें एवं, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के उत्तर-पूर्वी कोण पर भूल कर भी जूते न उतारें और न ही रखें। अक्सर लोगों से सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है, पर पैसा नहीं टिकता, तो यह प्रयोग करें। जब गेहूं को पिसवाने जाते हैं, तो उससे पहले 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर थोड़े से गेहूं को सारे गेहूं में मिला कर पिसवा लें। फिर घर में धन की कमी नहीं रहेगी तथा घर में बरकत रहेगी। यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करनी है। रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो, तब गूलर के वृक्ष की जड़ प्राप्त करके घर लाएं। इसे धूप, दीप करके धन स्थान पर रख दें। यदि इसे धारण करना चाहें, तो स्वर्ण के ताबीज में भर कर धारण कर लें। जब तक यह ताबीज पास रहेगी, तब तक कोई कमी न आएगी। घर में संतान सुख उत्तम रहेगा। यश की प्राप्ति होती रहेगी। धन-संपदा भरपूर होंगे। सुख-शांति और संतुष्टि की प्राप्ति होगी। किसी कार्य की सिद्धि के लिए जाते समय घर से निकलने से पूर्व ही अपने हाथ में रोटी लें। मार्ग में जहां भी कौए दिखलाई दें, वहां उस रोटी के टुकड़े करके डाल दें और आगे बढ़ जाएं। इससे सफलता प्राप्त होती है। जिन व्यक्तियों को लाख प्रयत्न करने पर भी स्वयं का मकान न बन पा रहा हो, वे इस टोटके को अपनाएं: प्रत्येक शुक्रवार को नियम से किसी भूखे को भोजन कराएं और रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं। ऐसा नियमित करने से अपनी अचल संपत्ति बनेगी या कोई पैतृक संपत्ति प्राप्त होगी। अगर संभव हो तो, प्रातः काल, स्नान-ध्यान के पश्चात निम्न मंत्र का जाप करें। मंत्र इस प्रकार है: पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांपुशी प्रतिब भवंति भवंति।। यह प्रयोग नव रात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि को किया जाता है। इस दिन प्रातःकाल उठ कर, पूजा स्थल में, गंगा जल, कुआं जल, बोरिंग जल में से जो उपलब्ध हो, उसके छींटे लगाएं। एक पाटे के ऊपर दुर्गा जी के चित्र के सामने, पूर्व में मुंह करते हुए, उसपर 5 ग्राम सिक्के रखें। साबुत सिक्कों पर रोली, लाल चंदन एवं एक गुलाब का साबुत पुष्प चढ़ाएं। माता से प्रार्थना करें। इन सबको उठा कर (पोटली बांध कर) अपने गल्ले, संदूक, अलमारी में रख दें। यह टोटका हर 6 माह बाद पुनः करना चाहिए। श्री यंत्र के उपयोग द्वारा, आर्थिक संपन्नता प्राप्ति हेतु, कागज, भोज पत्र, तांबा, चांदी, सोना धातु या स्फटिक रत्न पर बने श्री यंत्र का उपयोग अपनी सामथ्र्य के अनुसार करें। दीपावली की रात्रि को इसका विशेष महत्व है। स्नान आदि से शुद्ध होकर पूर्वामुख होकर, ऊनी आसन पर, स्थानादि की शुद्धि करके बैठें। अपने सामने श्री यंत्र स्थापित कर जल, पंचामृत, रोली, चावल, पुष्प से श्री यंत्र का विधिवत् पूजन करें तथा माता महालक्ष्मी का ध्यान करते हुए ऊँ दुर्गे स्मृता हरसि भीतिम शेष जंतो। स्वस्थै, स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।। मंत्र का जाप तथा श्री सूक्त का पाठ दीपावली की रात्रि में करें। उसके बाद यथाशक्ति उपर्युक्त मंत्र के जाप नियमित करते रहना चाहिए। श्री यंत्र को घर में तथा व्यावसायिक स्थान पर, पूजा स्थल पर स्थापित कर दें। स्फटिक श्री यंत्र अति प्रभावशाली होता है तथा इस पर नियमित मात्र एक गुलाब का फूल चढ़ाने से ही लक्ष्मी की प्रसन्नता का अनुभव साधक को होने लग जाता है। निम्न मंत्र का नियमित जाप भी आर्थिक संपन्नता देने वाला है। ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धन-धान्यं स्मृद्धिं देहि दापय दापय स्वाहा इस मंत्र का जाप करते हुए बेसन के लड्डू, या केशर की बर्फी का भोग लगाना चाहिए तथा थोड़ा गंगा जल जाप करते हुए पास में रखें। जाप पूरा होने के बाद (कम से कम 108 बार, 1 माला) गंगा जल व्यापार स्थल की दीवार पर छिड़क दें तथा मिठाई बच्चों में बांट दें। यह व्यापारी लोगों को विशेष लाभ देने वाली साधना है। घर में समृद्धि लाने हेतु घर के उत्तर-पश्चिम के कोण में सुंदर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांधकर रखें। फिर बर्तन को गेहूं, या चावल से भर दें। ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा। व्यक्ति को ऋणमुक्त कराने में यह टोटका अवश्य सहायता करेगा: मंगलवार को शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर मसूर की दाल ऊँ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नमः मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं। घर में स्थायी सुख-समृद्धि हेतु पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े रहकर लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी एवं दूध मिलाकर पीपल के वृक्ष की जड़ में डालने से घर में लंबे समय तक सुख-समृद्धि रहती है और लक्ष्मी का वास होता है। s सब्सक्राइब उपायटोटकेसंपत्ति Previousकुछ अनुभूत टोटकेNextविभिन्न कार्यों के लिए सार्थक एवं अचूक टोटक [+] और पढ़ें s सब्सक्राइब
जनवरी 2013व्यूस : 6118सूर्य किरण चिकित्साअविनाश सिंहप्रकृति पंच तत्व प्रधान हैं। यूं माने तो समस्त प्रकृति पांच तत्वों से ही निर्मित हैं। संसार में समस्...और पढ़ें
आगस्त 2010व्यूस : 171259सम्मोहन व वशीकरण - लाभ कैसे लेंसंजय बुद्धिराजासम्मोहन व वशीकरण जिसे प्राण विद्या या त्रिकाल विद्या भी कहते हैं भारत की प्राचीन विद्या है। रूद्रयाम...और पढ़ें
आगस्त 2010व्यूस : 113879वशीकरण व सम्मोहन शक्तिरुचि थापरवशीकरण में मंत्र तंत्र के अलावा टोटकों का प्रयोग भी किया जाता है। प्रस्तुत है कुछ अचूक टोटके, समय व ...और पढ़ें
अकतूबर 2006व्यूस : 125059कामना पूर्ति के सफल साधन : मंत्र – तंत्र –यंत्रलक्ष्मीनारायण शर्मायंत्र – मंत्र – तंत्र एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। यदि मंत्र को देवताओं की आत्मा कहा गया है तो यंत्र को...और पढ़ें
आगस्त 2010व्यूस : 119778सम्मोहन-वशीकरण आदि के प्रयोगशरद त्रिपाठी. सम्मोहन व वशीकरण जिसे प्राण विद्या या त्रिकाल विद्या भी कहते हैं भारत की प्राचीन विद्या है। रूद्रय...और पढ़ें
फ़रवरी 2013व्यूस : 42768कुछ उपयोगी टोटकेसंत बाबा फतह सिंहशनिवार को सरसों के तेल में बने, गेंहू के आते के गुड के सात पूए व् आक के फूल तथा सिन्दूर एवं आटे से त...और पढ़ें
आगस्त 2011व्यूस : 205590रोजगार एवं धन प्राप्ति के सरल उपायमहेश चंद्र भट्टनौकरी, व्यापार अथवा आजीविका के क्षेत्र में प्रयासरत रहने के बाद भी अनुकूल परिणाम प्राप्त न होने पर व...और पढ़ें
आगस्त 2011व्यूस : 160437पति एवं पत्नी प्राप्ति हेतु टोटकेबसंत कुमार सोनीघर-परिवार में विवाह योग संतान होंने पर माता-पिता अपनी संतान का समय से विवाह कराने के प्रयासों में लग...और पढ़ें
फ़रवरी 2010व्यूस : 49521कुछ उपयोगी टोटकेसंत बाबा फतह सिंहछोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं परंतु उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित र...और पढ़ें
फ़रवरी 2009व्यूस : 18435कुछ उपयोगी टोटकेसंत बाबा फतह सिंहव्यापार लाभ, स्वास्थ्य लाभ, रोजगार लाभ के लिए कुछ महत्वपूर्ण टोटके जानिए...और पढ़ें
आगस्त 2011व्यूस : 108701उपाय, उपचार और वनस्पति तंत्रआर.के. शर्मावनस्पति जगत मानव जीवन की सदैव से रक्षा करता रहा है. धर्म ग्रंथों में भी इस बात के प्रमाण समय-समय पर ...और पढ़ें
सितम्बर 2009व्यूस : 56390शीघ्र प्रभावी हनुमानोपासनाअशोक शर्मावेद-पुराणों में हनुमान जी कों अजर –अमर कहा गया है. शास्त्रों में सप्त चिर्न्जिवों का उल्लेख प्राप्त ...और पढ़ें
आगस्त 2010व्यूस : 134173जड़ी-बूटी के सम्मोहन कारक प्रयोगभगवान सहाय श्रीवास्तवसम्मोहन विद्या में यदि तांत्रिक प्रयोग के साथ विभिन्न जड़ी बूटियों का प्रयोग उचित मंत्रों का जप करने ...और पढ़ें
मई 2010व्यूस : 129922रुद्राक्ष धारण के नियम और विधिनवीन चित्तलांगियारूद्राक्ष को प्रकृति की दिव्य औषधि कहा गया है यह शरीर में सकारात्मक और प्राणवान ऊर्जा का संचार करने ...और पढ़ें
आगस्त 2014व्यूस : 21692कुछ उपयोगी टोटकेसंत बाबा फतह सिंहछोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित र...और पढ़ें
जुलाई 2014व्यूस : 99726कुछ उपयोगी टोटकेसंत बाबा फतह सिंहछोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित र...और पढ़ें
मार्च 2010व्यूस : 13032क्या हैं बंधन और उनके उपाय?फ्यूचर पाॅइन्टबंधन अर्थात् बांधना। जिस प्रकार रस्सी से बांध देने से व्यक्ति असहाय हो कर कुछ कर नहीं पाता, उसी प्रक...और पढ़ें
आगस्त 2011व्यूस : 36755टोना - टोटका, परिभाषा, स्वरूप एवं रहस्यमयी शक्तिसंजना मित्तलटोटके शास्त्रों द्वारा निर्धारित ऐसी क्रियाएँ है, जो किसी अप्रिय घटना से बचने और हानिकारक स्थिति को ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 245405जानें अंग लक्षण से व्यक्ति विशेष के बारे मेंयशकरन शर्मासामुद्रिक शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति का चेहरा उस व्यक्ति विशेष के बारे में काफी कुछ कह ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 15036जानें अंग लक्षण से व्यक्ति विशेष के बारे मेंसुनयना भाटीसामुद्रिक शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति का चेहरा उस व्यक्ति विशेष के बारे में काफी कुछ कह ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 48046स्वप्न और फलफ्यूचर पाॅइन्ट’’सपने जेहि सन होई लराई, जागे समुझत मन सकुचाई।’’ जो यथार्थ में नहीं है, अवास्तविक है उसे सच की ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 15286स्वप्न और फलसोनियां शर्मा’’सपने जेहि सन होई लराई, जागे समुझत मन सकुचाई।’’ जो यथार्थ में नहीं है, अवास्तविक है उसे सच की ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 17295धन-संपत्ति प्राप्त करने के स्वप्नअमित कुमार रामप्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक फ्रायड का कहना है कि बहुत से स्वप्न केवल मनुष्य की इच्छापूर्ति की ओर संक...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 19426धन-संपत्ति प्राप्त करने के स्वप्नसीताराम सिंहप्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक फ्रायड का कहना है कि बहुत से स्वप्न केवल मनुष्य की इच्छापूर्ति की ओर संक...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 92178शकुन-अपशकुन क्या है?सुनीता दुबेशकुन-अपशकुन कुछ ऐसी मान्यताएं, जिन्हें आप मानते भी हैं और नहीं भी। लोक व्यवहार में ये बातें जुड़ती ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 9235शकुन-अपशकुन क्या है?राजेंद्र कुमार जोशीशकुन-अपशकुन कुछ ऐसी मान्यताएं, जिन्हें आप मानते भी हैं और नहीं भी। लोक व्यवहार में ये बातें जुड़ती ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 13881जीवन में शकुन की महत्ताहरिश्चंद्र प्रसाद आर्यशकुन एक ऐसा जाना माना माध्यम है जो व्यक्ति के जीवन में होने वाली शुभाशुभ घटनाओं का संकेत बनता ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 40576जीवन में शकुन की महत्ताजय इंदर मलिकशकुन एक ऐसा जाना माना माध्यम है जो व्यक्ति के जीवन में होने वाली शुभाशुभ घटनाओं का संकेत बनता ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 14785विभिन्न कार्यों के लिए सार्थक एवं अचूक टोटकआर. डी. सिंहयदि कार्य न बने व बाधा विघ्न आए तो: शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार को आधा मीटर कच्चा सूत लेकर सूर्...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 22075विभिन्न कार्यों के लिए सार्थक एवं अचूक टोटकअंजना अग्रवालयदि कार्य न बने व बाधा विघ्न आए तो: शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार को आधा मीटर कच्चा सूत लेकर सूर्...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 291447जन्म कुंडली से जानें कब होगी आपकी शादी?सत्य प्रकाश दुबेशादी के बारे में कहा जाता है कि जोड़ियां स्वर्ग में निर्धारित होती हैं धरती पर तो केवल आयोजित होती ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 9301जन्म कुंडली से जानें कब होगी आपकी शादी?आभा बंसलशादी के बारे में कहा जाता है कि जोड़ियां स्वर्ग में निर्धारित होती हैं धरती पर तो केवल आयोजित होती ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 16034श्रेष्ठतम ज्योतिषी बनने के ग्रह योगयशकरन शर्माकरियर परिचर्चा लेख शृंखला की इस कड़ी में ‘‘सफल भविष्यवक्ता बनने के गह योग’’ विषय पर चर्चा की जा रही...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 10795श्रेष्ठतम ज्योतिषी बनने के ग्रह योगमनोज कुमारकरियर परिचर्चा लेख शृंखला की इस कड़ी में ‘‘सफल भविष्यवक्ता बनने के गह योग’’ विषय पर चर्चा की जा रही...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 8933आलूअविनाश सिंहआलू, कौन नहीं है परिचित इस सब्जी से, विश्व में सबसे अधिक पकाई, खाई जाने वाली सब्जी सर्वप्रिय ह...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 5783आलूब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’आलू, कौन नहीं है परिचित इस सब्जी से, विश्व में सबसे अधिक पकाई, खाई जाने वाली सब्जी सर्वप्रिय ह...और पढ़ें
अकतूबर 2011व्यूस : 12772ज्योतिष, हस्तरेखा या अन्य विद्याओं द्वारा आयु निर्णयजय इंदर मलिकआयु का निर्णय हस्तरेखा द्वारा और घटनाओं का समय जानना भी हस्तरेखा द्वारा जाना जा सकता है। पराशर ऋषि क...और पढ़ें
फ़रवरी 2013व्यूस : 12269वास्तु एवं ज्योतिषजय इंदर मलिकवास्तु का ज्योतिष से संबंध बहुत गहरा और अटूट हैं। दोनों एक-दूसरे के पूरक शास्त्र हैं। ज्योतिष,एक वेद...और पढ़ें
मार्च 2013व्यूस : 12057काल सर्प योग कष्टदायक अथवा ऐश्वर्यदायकजय इंदर मलिककालसर्प योग जितना कष्टदायक होता हैं। उतना ही ऐश्वर्य दायक भी होता हैं। निम्नांकित छ: योग जातक के भाग...और पढ़ें
अप्रैल 2013व्यूस : 8849विवादित वास्तुजय इंदर मलिकघर अथवा व्यावसायिक प्रतिष्ठान का दक्षिण -पश्चिम भाग यदि नीचा अथवा दबा हुआ हो तो यह किस प्रकार की परे...और पढ़ें
अप्रैल 2013व्यूस : 14424दुर्योगजय इंदर मलिकज्योतिष में शुभ-अशुभ योग होते है। अर्थात जातक की कुंडली में ग्रहों का सम्बन्ध कैसा है। ग्रहों का आपस...और पढ़ें
मई 2013व्यूस : 134546जन्म वार से शरीर का आकर्षणजय इंदर मलिकयह सूर्य का वार है। सर्वप्रथम इसका नंबर एक है। जिसका जन्म 1, 10, 19 और 28 तारीख में हो तो उस जातक पर...और पढ़ें
जून 2013व्यूस : 84513उंगलियाँ और उँगलियों के बीच दूरी का फलजय इंदर मलिकउंगलियों का सीधा संबंध मस्तिष्क से होता है। यदि उंगलियों में विशेष बोझ पड़ता है तो मस्तिष्क की धमनिया...और पढ़ें
नवेम्बर 2013व्यूस : 874627लक्ष्मी प्राप्त करने के चमत्कारी उपायजय इंदर मलिकधन-समृद्धि प्राप्त करने के कुछ सरल और चमत्कारिक उपाय दिये जा रहे हैं, जिसे अपनाकर व्यक्ति दुर्भाग्य ...और पढ़ें
मार्च 2014व्यूस : 10031शादी के समय निर्धारण में सहायक योगजय इंदर मलिकविवाह संबंधी प्रश्न पर विचार करते समय सर्व प्रथम कुंडली में सातवें भाव, सप्तमेश, लग्नेश, शुक्र एवं ग...और पढ़ें
मई 2014व्यूस : 10908रत्न धारण का समुचित आधारजय इंदर मलिकजो ग्रह पत्रिका में शुभ एवं कारक है अथवा जिस ग्रह की दशा चल रही हो और वह शुभ प्रभाव देने वाला ...और पढ़ें
जून 2014व्यूस : 40576कुछ अनुभूत टोटकेजय इंदर मलिकससुराल में सुखी रहने के लिये - यदि कन्या 7 साबुत हल्दी की गांठें, पीतल का एक टुकड़ा, थोड़ा सा गुड़...और पढ़ें
अकतूबर 2014व्यूस : 16839धन प्राप्त करने के अचूक उपायजय इंदर मलिकइस मानवीय जीवन में लक्ष्मी का प्रभुत्व छोड दें तो शेष रह जाता है शून्य। ‘‘सर्व गुणा कांचनमाश्रयन्ते ...और पढ़ें
दिसम्बर 2011व्यूस : 6893वास्तु सिद्धांत तथा उनकी वैज्ञानिक कार्यप्रणालीजय इंदर मलिकवास्तु शास्त्र जीवन के संतुलन का प्रतिपादन करता है वास्तु पृथ्वी, जल, वायु, आकाश और अग्नि इन पांच तत...और पढ़ें
दिसम्बर 2014व्यूस : 6449फ्लैट/प्लाॅट खरीदने हेतु वास्तु तथ्यजय इंदर मलिकभूमि की ढाल उत्तर व पूर्व की ओर होनी चाहिये। दक्षिण व पश्चिम की ओर भूमि ऊंची हो। इन दिशाओं में कोई ज...और पढ़ें
मार्च 2015व्यूस : 7388हस्तरेखा एवं नवग्रहों का सम्बन्धजय इंदर मलिकहस्तरेखा विष्ेाषज्ञ का कार्य एक डाॅक्टर जैसा होता है। डाॅक्टर दवाई देकर शरीर का रोग दूर करता है ह...और पढ़ें
अप्रैल 2015व्यूस : 23034क्या-क्या करते हैं अस्त ग्रह?जय इंदर मलिकसूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है। जो ग्रह सूर्य से एक निष्चित अंषों पर स्थित होने पर अपने राजा ...और पढ़ें
जुलाई 2015व्यूस : 13771मंगल दोष के उपायजय इंदर मलिकविवाह से पहले मंगल दोष के परिहार एवं शांति के अनेक उपाय हैं जिससे इस दोष से मुक्ति प्राप्त की जा...और पढ़ें
नवेम्बर 2015व्यूस : 5340लक्ष्मी को खुश करने के उपायजय इंदर मलिक- दीपावली के दिन किन्नर ईनाम लेने के लिये आते हैं उनको ईनाम जरूर दें। एक सिक्का उनसे लेकर अपने कै...और पढ़ें