इस लघु लेख में लक्ष्मी प्राप्ति के टोटके व उपायों की चर्चा की गई है। इनमें लक्ष्मी प्राप्ति स्तोत्र, धन लक्ष्मी प्राप्ति स्तोत्र तथा लक्ष्मी पूजन के महत्व की चर्चा शामिल हैं। लक्ष्मी प्राप्ति के अनुष्ठानों में लक्ष्मी यन्त्र, धन लक्ष्मी यन्त्र तथा श्री यन्त्र की पूजा, उपासना का प्रचलन पुरातन है। लक्ष्मी स्तोत्र तथा धन लक्ष्मी प्राप्ति मन्त्र का जप व पाठ यदि दीपावली आदि शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी यन्त्र अथवा श्री यंत्र को अपने सम्मुख रखकर किया जाए तो दुगना लाभ मिलता है। निम्नांकित लक्ष्मी प्राप्ति के टोटके यदि श्रद्धा व भक्तिपूर्वक किये जायें तो अवश्य शुभ फलदायी होते हैं।
करें लक्ष्मी जी को प्रसन्न
यदि आपकी जन्मपत्रिका में धन योग लक्ष्मी योग कमजोर है, हमेशा आर्थिक समस्याएं बनी रहती हैं और हमेशा शिकायत रहती है कि हमने तो इतने सारे उपाय किये कुछ नहीं हुआ इसका अर्थ है कि आपके पूर्व जन्मानुसार लक्ष्मी आपसे रूठी हैं तो उन्हें कैसे मनाये आइये जानें विशेष-
1- श्री सूक्त के लक्ष्मीजी के 16 मंत्रों का जाप दीपावली की रात स्थिर लग्न में आरंभ करें और यह वर्ष भर करें। प्रतिदिन सुबह नहा-धोकर देशी घी का दीप जलाकर लक्ष्मी जी के सम्मुख घर के मंदिर में बैठकर श्री सूक्त के 16 सोलह मंत्रों का जाप नियम से पूरे वर्ष करें। आपकी आर्थिक समस्या का समाधान निश्चित होगा।
2- विष्णु सहस्रनाम जाप नियमित करने से धनमार्ग में आ रही सारी बाधाओं का निवारण होगा।
3- शनिवार को मजदूर वर्ग को भोजन देने का नियम बनायें व संध्या के समय एक सरसों के तेल का दीपक 7 शनिवार तक लगातार प्रवेश द्वार पर जलायें। यह शनिवार से आरंभ करें।
4- दीपावली की रात स्थिर लग्न से पूरी रात एक दीप जलाकर लक्ष्मी जी के किसी भी मंत्र का जाप करें।
5- अपनी मां, बेटी को लक्ष्मी का रूप मान कर प्रसन्न रखें। अपनी आय का कुछ भाग उन्हें अवश्य दें। साक्षात लक्ष्मी जी प्रसन्न होगी कभी कमी नहीं रहेगी।
दीप से दीप जलाते चलो
दीपावली क्यों, कैसे, कब मनायें इसके महत्व आदि के बारे में हम सब जानते हैं किंतु सभी कार्य सामान्य जन स्वार्थ वश होकर ही करते हैं क्यों न हम ये दीपावली निःस्वार्थ लक्ष्मी प्राप्ति के सरल उपाय भाव से दीप से दीप जलाकर प्रकाशमान करें।
सभी अपने-अपने स्तरानुसार दीपावली मनाते हैं सजाते हैं। थोड़ा गूढ़ सोचें तो लक्ष्मी जी को इस प्रकार भी प्रसन्न करें। जिनके घर अंधेरा हो उनको दीप दान करें। अपने सागर में से एक बूंद हम भी बांट दें। लक्ष्मी जी सही अर्थों की सन्ध्या को किसी गरीब सुहागन स्त्री को आमंत्रित कर उसको सुहाग सामग्री, वस्त्र भेंट करें व फल मिठाई व दीपदान करें। आपका छोटा सा प्रयास लक्ष्मी जी को सही अर्थ में प्रसन्न कर देगा, आपकी पूजा सार्थक होगी। आपके घर धन-धान्य की कमी नहीं होगी। यह कार्य दीपावली की सुबह भी किया जा सकता है।