अपने वास्तु विद्गोषज्ञ से जानिए प्रद्गन : पंडित जी हम आर्थिक समस्याओं से काफी परेद्गाान हैं जिससे घर में मानसिक तनाव बना रहता है। कृपया मार्गदर्द्गान करें। ओमप्रकाद्गा, दिल्ली उत्तर : घर के दक्षिण-पद्गिचम में मुखय द्वार से अनावद्गयक खर्चे और घर के मालिक का घर में मन नहीं लगता। इसके नकारात्मक दोष को कम करने के लिए मुखय द्वार पर देहली बनाएं और उसके नीचे चांदी की पत्ती व नौ छोटे पिरामिड दबाएं। देहली लकड़ी या मारबल की बना सकते हैं। देहली पर पीला पेंट करना और भी लाभदायक होगा।
घर के मुखय द्वार पर स्वस्तिक लगाएं और द्वार के ऊपर बाहर की तरफ पाकुआ शीद्गाा लगाएं। आपके घर में उत्तर-पूर्व के कोने में रखे पलंग को दीवार से कुछ आगे करें जिससे वह कोना बंद न हो। उत्तर-पूर्व में सिर करके सोने से स्वास्थ्य खराब होता है मुखयतः मानसिक परेद्गाानियां बनी रहती है। सिर दक्षिण, दक्षिण-पद्गिचम की तरफ करके सोएं। शौचालय के बाहर दक्षिण-पद्गिचम की दीवार पर वाद्गाबेसिन पर लगे शीद्गो को हटाना भी लाभदायक होगा।
प्रद्गन : घर में सुख-समृद्धि का अभाव है तथा घर में रहने वालों में वैचारिक मतभेद बना रहता है। कृपया नक्द्गाा देखकर वास्तु परामर्द्गा दें। वी. पी. पांचाल, कानपुर उत्तर : आपके घर का उत्तर, उत्तर-पूर्व का कोना तथा दक्षिण का कोना कटा हुआ है जो कि आर्थिक एवं मानसिक परेद्गाानियां देता है। रसोईघर का कुछ हिस्सा उत्तर-पूर्व में आ रहा है तथा पानी की टंकी दक्षिण-पूर्व में रखी है जो कि घर में वैचारिक मतभेदों का मुखय कारण है। आग की जगह पानी तथा पानी की जगह आग होना घर में शांति का अभाव करता है।
कृपया कटे हुए कोनों को परगोला बनाकर ठीक करें ताकि आपका घर आयताकार हो सके। रसोईघर को पूर्व में बने द्वार की तरफ को बढ़ा ले तथा द्वार को उत्तर-पूर्व में कर लें। पानी की टंकी को आगे की तरफ उत्तर-पद्गिचम में नीचे पिलर बनाकर रख सकते हैं। सभी सुझावों को कार्यान्वित करने के बाद आपकी समस्याओं का समाधान अवद्गय ही होगा।