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राशि की विशेस्तायें भाग II (1 व्यूस)

तुला: लंबा-पतला, सुदृढ़-सुडौल शरीर, सुंदर चेहरा, लावण्यमयी त्वचा, मध्यायु में गंजापन हो जाता है, भौहें सुंदरता में वृद्धि करती हैं।
वृश्चिक: मध्यम कद, सुडौल शरीर और अंग, चैड़ा चेहरा, घुंघराले बाल, श्याम वर्ण, उन्नत ठोड़ी।
धनु: सुंदर, सुविकसित आकृति, बादामी आंखें, भूरे बाल, धनी और ऊंची भौंहें, लंबा चेहरा, लंबी नाक, सुंदर आकृति, चाल सीधी नहीं होती है। मोटे होंठ, नाक, कान और दांत।
मकर: दुबला-पतला शरीर, उम्र के साथ स्वास्थ्य सुधरता है, बड़े दांत, बड़ा मुख, नाक विशिष्ट रहती है, बाल काले और मोटे होते हैं, चेहरा पतला और अंडाकार, कुबड़ी कमर, घुटनों पर मस्सा या निशान, मगरमच्छ के समान जबड़े, लघु मस्तक, दाढ़ी में बाल कम रहते हैं।
कुंभ: मध्यम कद, हृष्ट-पुष्ट, चेहरा सुंदर और गोल, गाल भरे हुए, कनपटियां और जांघें विकसित होती हैं। गोरा रंग, भूरे बाल, असुंदर दांत, पिंडलियों में मस्सा, शरीर पर घने बाल, हाथ और पैर मोटे, नसें विकसित होती हैं।
मीन: नाटा और मोटा शरीर, हाथ-पांव काफी छोटे होते हैं। केश मुलायम, गोरा रंग, चेहरा कांतियुक्त होता है। सुंदर और आकर्षक, आखें बड़ी-बड़ी, मजबूत गोलाकार कंधे, ठोड़ी में गड्ढा होता है।


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